Source
जनसत्ता, 06 फरवरी 2012
नई दिल्ली, 05 फरवरी। पर्यावरण संरक्षण और सुधार के क्षेत्र में काम कर रही अनिता राणा को भारत स्थित संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की तरफ से ग्रीन अर्थव्यवस्था के लिए सामुदायिक पहल के लिए नेतृत्व पुरस्कार दिया गया है। इसके अलावा अर्थ डे नेटवर्क की तरफ से भी वूमेन एंड ग्रीन इकोनामी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया है। राणा गैरसरकारी संगठन जनहित फाउंडेशन की निदेशक हैं।
नेटवर्क ने पर्यावरण के क्षेत्र में काम कर रही कुल पांच महिलाओं को सम्मान के लिए चुना था। इनमें उत्तर प्रदेश से अकेली अनिता राणा ही हैं। पुरस्कार लेने के बाद राणा ने उम्मीद जताई कि जनहित फाउंडेशन भविष्य में भी पर्यावरण सुधार के लिए काम करती रहेगी। जनहित फाउंडेशन की स्थापना एक दशक पहले उनके पति अनिल राणा ने की थी। चार साल पहले उनके निधन के बाद इस संस्था को अनिता राणा ने संभाला। यह संस्था जल और वायु प्रदूषण रोकने, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, जैविक खेती और परंपरागत जलस्रोतों के संरक्षण के लिए काम कर रही है। साथ ही चाइल्ड लाइन कार्यक्रम के जरिए बाल अधिकारों के संरक्षण के क्षेत्र में भी सक्रिय है।
नेटवर्क ने पर्यावरण के क्षेत्र में काम कर रही कुल पांच महिलाओं को सम्मान के लिए चुना था। इनमें उत्तर प्रदेश से अकेली अनिता राणा ही हैं। पुरस्कार लेने के बाद राणा ने उम्मीद जताई कि जनहित फाउंडेशन भविष्य में भी पर्यावरण सुधार के लिए काम करती रहेगी। जनहित फाउंडेशन की स्थापना एक दशक पहले उनके पति अनिल राणा ने की थी। चार साल पहले उनके निधन के बाद इस संस्था को अनिता राणा ने संभाला। यह संस्था जल और वायु प्रदूषण रोकने, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, जैविक खेती और परंपरागत जलस्रोतों के संरक्षण के लिए काम कर रही है। साथ ही चाइल्ड लाइन कार्यक्रम के जरिए बाल अधिकारों के संरक्षण के क्षेत्र में भी सक्रिय है।