आरआईएल वडोदरा के कृषि जल संरक्षण कार्यक्रम के तहत बाल्टी आधारित सिंचाई प्रणाली पर खास तौर ज़ोर दिया गया है। यह व्यवस्था खास कर घरेलू बागानों और छोटी जोत के लिए उपयोगी है। संकरे मुंह वाले कुंओं के माध्यम से बाल्टियों में पानी उपलब्ध कराया जाता है जिससे फलों और सब्ज़ियों के पौधों की सिंचाई में पानी का अधिकतम उपयोग किया जा सके। गांववालों ने अब तक इस तरह की 96 मशीने ख़रीदी हैं और ये सफलतापूर्वक काम कर रही है। इसके अलावा कंपनी ने सार्वजनिक नल, छोटे बांध और पानी की टंकी बनवाने के साथ-साथ गांवों में पानी की निशुल्क आपूर्ति, कुओं की सफ़ाई, बारिश के पानी के संरक्षण, बाढ़ के दिनों में साफ़ पानी के पाउचों का वितरण एवं जल संरक्षण पर जागरुकता अभियान किए। अतिरिक्त पानी को कुएं में डालने से मॉनसून और बाढ़ के दिनों में पानी इकट्ठा होने की समस्या से निज़ात मिली और अन्य मौसम में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकी। गुजरात रिफाइनरी और गुजरात सरकार के साथ मिलकर कंपनी ने बाढ़ से राहत के लिए एक नहर बनाने का काम भी पूरा किया।
आरआईएल (वडोदरा विनिर्माण खंड.): रिसाव वाली सिंचाई और अन्य कार्यक्रम
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