आसाढ़ी पूनो दिना

Submitted by Hindi on Wed, 03/17/2010 - 12:03
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घाघ और भड्डरी

आसाढ़ी पूनो दिना, गाज, बीज बरसंत।
नासै लक्षण काल का, आनन्द माने संत।।


शब्दार्थ – गाज – गर्जन। बीज – बिजली।

भावार्थ – आषाढ़ मास की पूर्णमासी को यदि आकाश में बादल गरजें और बिजली चमके तो वर्षा अधिक होगी और अकाल समाप्त हो जायेगा तथा सज्जन आनन्दित होंगे।