बाढ़कृत मैदान (Flood plain)

Submitted by admin on Fri, 06/04/2010 - 13:46
किसी नदी के किनारे स्थित वह जलोढ़ मैदान जिसका निर्माण नदी द्वारा बहाकर लाये गये पदार्थों (अवसादों) के निक्षेप से होता है। बाढ़ के समय नदी का जल उसके तटबंधों को पार करके अथवा तटबंधों के टूट जाने पर इस मैदान पर फैल जाता है और प्रत्येक बाढ़ के समय इस पर तलछट की नवीन परत जम जाती है जिसके परिणामस्वरूप बाढ़ के मैदान की सतह धीरे-धीरे ऊपर उठती जाती है। इस मैदान की सर्वाधिक ऊँचाई प्रायः प्राकृतिक तटबंध के ऊपर होती है। इसकी निर्माण अवस्था में इस पर दलदल, नदी विसर्प, गोखुर झील आदि पाये जाते हैं। कालांतर में जब किसी कारण से नदी की प्रवाह दिशा बदल जाती है, यह क्षेत्र बाढ़मुक्त हो जाता है और समतल मैदान के रूप में पाया जाता है।