भूस्खलन (Land slide or landslip)

Submitted by Hindi on Wed, 06/09/2010 - 13:19
किसी पर्वत, उच्चभूमि या भृगु से शैलों की बृहद् राशि का नीचे की ओर सामूहिक स्थानांतरण। तीव्र ढालयुक्त भूमि पर भूमिज पदार्थों, मिट्टी तथा शैलों द्वारा वर्षाजल के सोख लिए जाने पर उनका भार बढ़ जाता है और वे ढीले हो जाते हैं अतः तीव्र ढाल, गुरुत्व एवं जल के स्नेहन आदि के कारण नीचे की ओर गतिशील हो जाते हैं। भूकंप के कारण भी भूस्खलन होते हैं।

अन्य स्रोतों से
चट्टानों, मिट्टी और वनस्‍पतियों का किसी ढलान पर नीचे की ओर खिसकना ही भूस्‍खलन है। भूस्‍खलन, एक चट्टान के अकेले टुकड़े से लेकर, मलबे के बहुत बड़े तूफान तक के रूप में हो सकता है जिसमें भारी मात्रा में चट्टानें और मिट्टी, कई किलोमीटर तक फैल सकते हैं।

भारी मूसलाधार बरसात या भूकम्‍प भी भूस्‍खलन का कारण बन सकते हैं। मानवीय क्रियाकलाप, जैसे कि पेड़ों और वनस्‍पतियों को साफ किया जाना, सड़कों का गहरा कटाव या पानी के पाईपों का रिसाव भी भूस्‍खलन उत्‍पन्‍न कर सकते हैं। अधिकांश भूस्‍खलन, बिना सार्वजनिक चेतावनी के होते हैं और इनके चेतावनी संकेतों को समझना और फौरन कार्यवाही करना महत्त्वपूर्ण है।

साभार - http://www.getthru.govt.nz/web/

भूस्खलन, मिट्टी का खिसकना या मलबे के प्रवाह


भूस्खलनों को मिट्टी के खिसकने या मलबे के प्रवाह के नाम से भी जाना जाता है, ये अमेरिका के सभी राज्यों और क्षेत्रों में होते हैं, और कई कारणों, जैसे भूकंप, तूफान और आग के कारण हो सकते हैं। भूस्खलन शीघ्रता से हो सकते हैं, अक्सर बिना किसी पूर्व सूचना के, और तैयारी करने का सबसे अच्छा तरीका है अपने घर के अंदर और उसके आसपास के बदलावों के बारे में जानकारी रखना जिससे संकेत मिलता है कि कोई भूस्खलन होने वाला है।

भूउपयोग के निम्नलिखित ठीक तरीकों का पालन करके भूस्खलन के लिये तैयारी करें

- तीव्र ढलानों या प्रकृतिक क्षरण वाली घाटियों के पास इमारत बनाने से बचें।
अपने आसपास की जमीन से परिचित रहें। स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करके पता लगायें कि क्या मलबे का प्रवाह आपके क्षेत्र में हो चुका है। जिन ढलानों पर पूर्व में मलबे का प्रवाह हो चुका है, उन पर यह भविष्य में दोबारा भी हो सकता है।
भूदृश्य और पानी निकास में परिवर्तन या नींव और बाजू के रास्तों में चटकन पर नजर रखें।
अपने घर या व्यवसाय के लिये उपयुक्त बचावकारी उपायों के बारे में किसी पेशेवर से सलाह लें, जैसे कि लचीले पाईपों की फिटिंग्स, जो कि टूटने से बेहतर प्रतिरोध देती हैं।
अपने घर या व्यवसाय के निकट ढलानों पर तूफान के पानी के निकास के पैटर्न पर नजर रखें, और विशेषकर उन जगहों को नोट करें जहाँ बहने पानी मिलता है, जिससे मिट्टी से ढँके हुये ढलानों पर प्रवाह बढ़ जाता है। अपने घर या व्यवसाय के आसपास भूमि के गतिशीलता के संकेतों के लिये पहाड़ी इलाकों पर नजर रखें, जैसे कि छोटे भूस्खलन या मलबे का प्रवाह या लगातार तिरछे होते हुये पेड़।

साभार - http://www.ready.gov/

विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
भूस्खलन एक भूवैज्ञानिक घटना है। धरातली हलचलों जैसे पत्थर खिसकना या गिरना, पथरीली मिटटी का बहाव, इत्यादि इसके अंतर्गत आते है।

भू-स्खलन कई प्रकार के हो सकते हैं और इसमें चट्टान के छोटे-छोटे पत्थरों के गिरने से लेकर बहुत अधिक मात्रा में चट्टान के टुकड़े और मिटटी का बहाव शामिल हो सकता है तथा इसका विस्तार कई किलोमीटर की दूरी तक हो सकता है। भारी वर्षा तथा बाढ़ या भूकम्प के आने से भू-स्खलन हो सकता है। मानव गतिवधियों, जैसे कि पेड़ों आैर वनस्पित के हटाने, सड़क किनारे खड़ी चटटान के काटने या पानी के पाइपों में रिसाव से भी भू-स्खलन हो सकता है।

भू-स्खलन से पहले भू-स्खलन से पहले की गई तैयारी से आपको अपने घर तथा व्यापार को होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिलेगी तथा आपकी जीवित बच निकलने में सहायक होगी।

• अपनी काउंसिल से पता लगाएं कि आपके इलाके में पहले भी कभी भू-स्खलन हुआ है तथा उनके दुबारा कहाँ होने की संभावना है

• धरती के हिलने के चिन्हों की जाँच करें। इन चिन्हों में निम्नलिखित शामिल हैं: o दरवाजे तथा खिड़िकयों की चौखटों में अटकन o दरारें जहां चौखटें ठीक से नहीं बैठ रही हों या फिट हो रही हों o डैक तथा बरामदे बाकी के सारे घर से कुछ दूरी पर खिसक या झुक रहे हों o धरती, सड़क या फुटपाथ में नई दरारें या उभार आ गए हों o पेड़ों, रिटेनिंग (प्रतिधारक) दीवारों या फेन्सिस (बाड़ों) में झुकाव आना o ऐसे इलाके जो सामान्य रूप से गीले नहीं होते वहां पानी का अचानक निकलना, रिसाव या रूकाव होना यदि आपको लगता है कि भू-स्खलन होने वाला है आपके लिए यह जानना जरूरी है कि ऐसे में आपकी तुरन्त क्या प्रतिक्रिया होनी चाहिए

• निष्क्रमण करें (बाहर निकलें) तथा अपने साथ अपनी गेटअवे किट (प्रस्थान के समय साथ ले जाने की पेटी) लेकर जाएं • अपने स्थानीय सिविल डिफेन्स एमरजेंसी मैनेजमैंट आफिस से सम्पर्क करें

• उन पड़ोसियों को सूचित करें जिनके इससे प्रभावित होने की संभावना है भू-स्खलन के बाद

• जो क्षेत्र भू-स्खलन से प्रभावित है जब तक उसकी पूरी तरह से जाँच नहीं कर ली जाती, वहां लौट कर नहीं जाएं

• जब ऐसा करना सुरक्षित हो जाए तो बीमे के उद्देश्य से उस इलाके के फोटो खींचें तथा नोटस (विवरण) तैयार करें