चिरैया में चीर फार

Submitted by Hindi on Mon, 03/22/2010 - 14:54
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घाघ और भड्डरी

चिरैया में चीर फार। असरेखा में टार-टार।।
मघा में काँदो सार।।


भावार्थ- पुष्य नक्षत्र में यदि खेत को थोड़ा भी गोड़कर धान लगा दे तो फसल अच्छी होती है। अश्लेषा में अच्छी जुताई के बाद धान लगाना चाहिए और यदि मघा नक्षत्र में धान लगाना है तो अच्छी जुताई के साथ खाद भी डालनी पड़ेगी तभी फसल अच्छी होगी।