दिन को बादर रात को तारे

Submitted by Hindi on Sat, 03/20/2010 - 10:35
Author
घाघ और भड्डरी

दिन को बादर रात को तारे।
चलो कंत जहाँ जीवें बारे।।


शब्दार्थ- बारे-बच्चे।

भावार्थ- यदि दिन में बादल हों और रात में तारे तो समझ लेना चाहिए कि अकाल पड़ने वाला है। किसान कि पत्नी कहती है कि हे स्वामी! यहाँ से कहीं और चलो जहाँ बच्चे जी सकें।