दिल्ली में एक बार फिर यमुना का जलस्तर बढ़ गया है आज सुबह यमुना 'खतरे' के निशान से ऊपर बह रही थी । तकरीबन सुबह 8 बजे यमुना का जलस्तर लगभग 206.59 मीटर था। जबकि 'खतरे' का स्तर 205.33 मीटर माना जाता है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, पुल का स्तर सुबह 11 बजे तक 206.6 मीटर तक पहुंचने की संभावना है।पुराने रेलवे ब्रिज का जलस्तर खतरे के निशान को तोड़कर सोमवार रात करीब नौ बजे 205.46 मीटर पर पहुंच गया और तब से यह खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।
शहर के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को जलस्तर में कमी आने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि हथिनीकुंड बैराज से सोमवार सुबह पांच बजे से छह बजे के बीच 2,95,912 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और इस पानी के छोड़े जाने का प्रभाव खतरे के निशान से ऊपर बने जलस्तर में देखा गया। उन्होंने कहा कि बुधवार सुबह आठ बजे पानी का बहाव घटकर करीब 25,481 क्यूसेक हो गया है, जिससे जल स्तर गिरने की संभावना है।
पूर्वी दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट अनिल बांका ने कहा कि दिल्ली में नदी के आसपास के बाढ़ के मैदानों से अब तक लगभग 8,000 से 9,000 लोग पलायन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मजनू का टीला जैसे स्थानों के पास अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं। पूर्वी दिल्ली के जिलाधिकारी ने आगे कहा कि स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों जैसे स्थायी ढांचे में भी व्यवस्था की गई है.आज जल स्तर में गिरावट की संभावना है, ”
इस मानसून के मौसम में यह दूसरी बार है जब नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ के मैदानों पर रहने वाले लोगों को उच्च भूमि पर जाना पड़ा है। अगस्त में पुराने रेलवे ब्रिज का स्तर 205.99 मीटर तक पहुंच गया था। बुधवार सुबह 8 बजे तक यह स्तर 206.59 मीटर तक पहुंचकर इस बार और अधिक चढ़ गया है