1987
“UN World Commission on Environment and Development” (Brundtland Commission) ने पर्यावरणिक सुरक्षा और चिरस्थाई विकास (sustainable development) के लिए सार्वभौम घोषणा (universal declaration) के निर्माण को एक ऐसा “नया चार्टर” बताया जो चिरस्थाई विकास के सिद्धांतों की स्थापना करेगा।
1992
Rio de Janiero में एक पृथ्वी शिखर सम्मेलन (Earth Summit) का आयोजन किया गया जिसका एक लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय रूप से स्वीकृत एक Earth Charter का निर्माण करना भी था। हालाँकि, इस सम्बन्ध में कोई भी सरकार किसी अनुबन्ध तक नहीं पहुँच पाई और चार्टर के स्थान पर उन्होंने “Rio Declaration on Environment and Development” को अपनाया।
Rio Earth Summit के महासचिव श्री मौरिस स्ट्रॉंग की निगरानी में Earth परिषद (council) का निर्माण किया गया ताकि पृथ्वी शिखर सम्मेलन (Earth Summit) के अनुबन्धों के कार्यांवयन को प्रोत्साहित किया जा सके और चिरस्थाई विकास के लिए राष्ट्रीय परिषदों के निर्माण का समर्थन किया जा सके।
1994
Earth परिषद के चेयरमैन श्रीमान मौरिस स्ट्रॉंग तथा Green Cross International के अध्यक्ष मिखाइल गोर्बाचॉव ने Earth Charter का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए नागरिक समाज (Civil society) का सहयोग लिया। डच प्रशासन ने शुरुआत में इसे आर्थिक सहायता प्रदान की।
1995
Earth परिषद और Green Cross International ने जनता के एक Earth Charter का विकास करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय परामर्शों (international consultations) का प्रारम्भ किया। Hague Earth Charter Workshop के लिए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ और प्रशासनिक अधिकारी एकत्रित हुए।
1996
Earth परिषद ने Rio+5 फोरम के निर्माण के लिए Earth Charter परामर्श प्रक्रिया (consultation process) की शुरुआत की। Earth Charter से सम्बन्धित अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का संक्षिप्त विवरण तैयार किया गया तथा सर्वेक्षण कराया गया। वर्ष के अंत में Earth Charter तथा Green Cross International ने Earth Charter की ड्राफ्टिंग प्रक्रिया (drafting process) का निरीक्षण करने के लिए एक स्वतंत्र Earth Charter आयोग (Commission) की स्थापना की और एक ड्राफ्टिंग समिति का निर्माण किया गया।
1997
Earth Charter आयोग ने रियो दे जेनेरियो में Rio+5 फोरम पर अपने पहले सम्मेलन का आयोजन किया। फोरम के अंत में Earth Charter के मानक प्रारूप (बेंचमार्क ड्राफ्ट) को “डॉक्यूमेंट इन प्रोग्रेस” के तौर पर जारी किया गया। विश्व भर मंस पहले से चल रहे परामर्श के कार्यक्रमों को प्रोत्साहित व संगठित किया गया।
1998
विभिन्न समूह Earth Charter Initiative के सदस्य बने और उन्होंने 35 से अधिक देशों में Earth Charter National Committee का निर्माण किया। इन्होंने अन्य कई समूहों के साथ मानक प्रारूप से सम्बन्धित परामर्श लिया और एक शैक्षणिक उपकरण (educational tool) के तौर पर इसका प्रयोग शुरु किया।
1999
अप्रैल में Earth Charter का दूसरा मानक प्रारूप (benchmark draft II) जारी हुआ। अंतरार्ष्ट्रीय परामर्श का कार्यक्रम चलता रहा। Earth Charter National Committee की संख्या बढ़कर 45 हो गई।
2000
डॉक्यूमेंट को अंतिम रूप (version) देने के लिए Earth Charter आयोग ने मार्च महीने में पेरिस (फ्रांस) में एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस Earth Charter का सार्वजनिक रूप से औपचारिक प्रारम्भ जून महीने में द हेग के पीस पैलेस में हुआ। Initiative के अगले चरण के निरीक्षण के लिए एक Earth Charter Steering Committee का निर्माण किया गया। इसका मुख्य लक्ष्य नागरिक समाज, व्यवसायिकों और प्रशासन द्वारा Earth Charter के समर्थन, प्रसारण व कार्यांवयन को प्रोत्साहित करना तथा स्कूल, विश्वविद्यालयों आदि में Earth Charter के शैक्षणिक प्रयोग को सहयोग प्रदान करना था।
2002
Earth Charter Initiative ने जोहांसबर्ग में चिरस्थाई विकास (Sustainable Development) पर हुए विश्व शिखर सम्मेलन (World Summit) द्वारा Earth Charter के लिए समर्थन (endorsement) प्राप्त करने का एक प्रमुख प्रयास किया। इस सम्मेलन के दौरान कई सरकारी नेताओं और गैर सरकारी संस्थाओं ने Earth Charter के लिए अपने समर्थन की घोषणा की परंतु संयुक्त राष्ट्र द्वारा Earth Charter को औपचारिक मान्यता नहीं मिल पाई।
2005
अब तक Earth Charter का बत्तीस भाषाओं में अनुवाद हो चुका था, विश्व भर में इसका व्यापक रूप से प्रसार हो चुका था और यूनेस्को, आईयूसीएन व आईसीएलईआइ जैसी 2,400 से अधिक संस्थाओं से इसे समर्थन प्राप्त हो चुका था। 2000 से 2005 के बीच हुई Earth Charter Initiative की गतिविधियों की आंतरिक व बाह्य सामरिक समीक्षा (strategic review) भी हो चुकी थी। नवम्बर के महीने में Earth Charter+5 की एक सभा बुलाई गई। इस सभा में पंचवर्षीय सामरिक समीक्षा (five-year strategic review) की समाप्ति हुई, Initiative की उपलब्धियों की सराहना की गई और अगले चरण के लिए योजनाएँ बनाई गईं।
2006
सचिवालय के कर्मचारियों तथा मुख्य कार्यक्रमों का निरीक्षण करने के लिए संचालन समिति (Steering Committee) के स्थान पर तेईस सदस्यों वाली एक नई Earth Charter International परिषद (Council) की स्थापना हुई। इस परिषद और सचिवालय को मिलाकर Earth Charter International (ECI) का निर्माण किया गया।
2008
अब तक Earth Charter का चालीस भाषाओं में अनुवाद हो चुका था और 4,600 संस्थाओं से इसे समर्थन प्राप्त हो चुका था। ECI परिषद ने एक नई दीर्घकालिक योजना (long range plan) बनाई जिसमें Earth Charter Initiative के विकेन्द्रीकृत विस्तार (decentralized expansion) पर बल दिया गया था। शिक्षा, व्यवसाय, युवा वर्ग, धर्म, संयुक्त राष्ट्र तथा मीडिया के क्षेत्र में इसके विकेन्द्रीकृत विस्तार को प्रोत्साहित करने के लिए छ: नए स्वतंत्र कार्य दलों का निर्माण किया गया।
“UN World Commission on Environment and Development” (Brundtland Commission) ने पर्यावरणिक सुरक्षा और चिरस्थाई विकास (sustainable development) के लिए सार्वभौम घोषणा (universal declaration) के निर्माण को एक ऐसा “नया चार्टर” बताया जो चिरस्थाई विकास के सिद्धांतों की स्थापना करेगा।
1992
Rio de Janiero में एक पृथ्वी शिखर सम्मेलन (Earth Summit) का आयोजन किया गया जिसका एक लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय रूप से स्वीकृत एक Earth Charter का निर्माण करना भी था। हालाँकि, इस सम्बन्ध में कोई भी सरकार किसी अनुबन्ध तक नहीं पहुँच पाई और चार्टर के स्थान पर उन्होंने “Rio Declaration on Environment and Development” को अपनाया।
Rio Earth Summit के महासचिव श्री मौरिस स्ट्रॉंग की निगरानी में Earth परिषद (council) का निर्माण किया गया ताकि पृथ्वी शिखर सम्मेलन (Earth Summit) के अनुबन्धों के कार्यांवयन को प्रोत्साहित किया जा सके और चिरस्थाई विकास के लिए राष्ट्रीय परिषदों के निर्माण का समर्थन किया जा सके।
1994
Earth परिषद के चेयरमैन श्रीमान मौरिस स्ट्रॉंग तथा Green Cross International के अध्यक्ष मिखाइल गोर्बाचॉव ने Earth Charter का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए नागरिक समाज (Civil society) का सहयोग लिया। डच प्रशासन ने शुरुआत में इसे आर्थिक सहायता प्रदान की।
1995
Earth परिषद और Green Cross International ने जनता के एक Earth Charter का विकास करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय परामर्शों (international consultations) का प्रारम्भ किया। Hague Earth Charter Workshop के लिए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ और प्रशासनिक अधिकारी एकत्रित हुए।
1996
Earth परिषद ने Rio+5 फोरम के निर्माण के लिए Earth Charter परामर्श प्रक्रिया (consultation process) की शुरुआत की। Earth Charter से सम्बन्धित अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का संक्षिप्त विवरण तैयार किया गया तथा सर्वेक्षण कराया गया। वर्ष के अंत में Earth Charter तथा Green Cross International ने Earth Charter की ड्राफ्टिंग प्रक्रिया (drafting process) का निरीक्षण करने के लिए एक स्वतंत्र Earth Charter आयोग (Commission) की स्थापना की और एक ड्राफ्टिंग समिति का निर्माण किया गया।
1997
Earth Charter आयोग ने रियो दे जेनेरियो में Rio+5 फोरम पर अपने पहले सम्मेलन का आयोजन किया। फोरम के अंत में Earth Charter के मानक प्रारूप (बेंचमार्क ड्राफ्ट) को “डॉक्यूमेंट इन प्रोग्रेस” के तौर पर जारी किया गया। विश्व भर मंस पहले से चल रहे परामर्श के कार्यक्रमों को प्रोत्साहित व संगठित किया गया।
1998
विभिन्न समूह Earth Charter Initiative के सदस्य बने और उन्होंने 35 से अधिक देशों में Earth Charter National Committee का निर्माण किया। इन्होंने अन्य कई समूहों के साथ मानक प्रारूप से सम्बन्धित परामर्श लिया और एक शैक्षणिक उपकरण (educational tool) के तौर पर इसका प्रयोग शुरु किया।
1999
अप्रैल में Earth Charter का दूसरा मानक प्रारूप (benchmark draft II) जारी हुआ। अंतरार्ष्ट्रीय परामर्श का कार्यक्रम चलता रहा। Earth Charter National Committee की संख्या बढ़कर 45 हो गई।
2000
डॉक्यूमेंट को अंतिम रूप (version) देने के लिए Earth Charter आयोग ने मार्च महीने में पेरिस (फ्रांस) में एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस Earth Charter का सार्वजनिक रूप से औपचारिक प्रारम्भ जून महीने में द हेग के पीस पैलेस में हुआ। Initiative के अगले चरण के निरीक्षण के लिए एक Earth Charter Steering Committee का निर्माण किया गया। इसका मुख्य लक्ष्य नागरिक समाज, व्यवसायिकों और प्रशासन द्वारा Earth Charter के समर्थन, प्रसारण व कार्यांवयन को प्रोत्साहित करना तथा स्कूल, विश्वविद्यालयों आदि में Earth Charter के शैक्षणिक प्रयोग को सहयोग प्रदान करना था।
2002
Earth Charter Initiative ने जोहांसबर्ग में चिरस्थाई विकास (Sustainable Development) पर हुए विश्व शिखर सम्मेलन (World Summit) द्वारा Earth Charter के लिए समर्थन (endorsement) प्राप्त करने का एक प्रमुख प्रयास किया। इस सम्मेलन के दौरान कई सरकारी नेताओं और गैर सरकारी संस्थाओं ने Earth Charter के लिए अपने समर्थन की घोषणा की परंतु संयुक्त राष्ट्र द्वारा Earth Charter को औपचारिक मान्यता नहीं मिल पाई।
2005
अब तक Earth Charter का बत्तीस भाषाओं में अनुवाद हो चुका था, विश्व भर में इसका व्यापक रूप से प्रसार हो चुका था और यूनेस्को, आईयूसीएन व आईसीएलईआइ जैसी 2,400 से अधिक संस्थाओं से इसे समर्थन प्राप्त हो चुका था। 2000 से 2005 के बीच हुई Earth Charter Initiative की गतिविधियों की आंतरिक व बाह्य सामरिक समीक्षा (strategic review) भी हो चुकी थी। नवम्बर के महीने में Earth Charter+5 की एक सभा बुलाई गई। इस सभा में पंचवर्षीय सामरिक समीक्षा (five-year strategic review) की समाप्ति हुई, Initiative की उपलब्धियों की सराहना की गई और अगले चरण के लिए योजनाएँ बनाई गईं।
2006
सचिवालय के कर्मचारियों तथा मुख्य कार्यक्रमों का निरीक्षण करने के लिए संचालन समिति (Steering Committee) के स्थान पर तेईस सदस्यों वाली एक नई Earth Charter International परिषद (Council) की स्थापना हुई। इस परिषद और सचिवालय को मिलाकर Earth Charter International (ECI) का निर्माण किया गया।
2008
अब तक Earth Charter का चालीस भाषाओं में अनुवाद हो चुका था और 4,600 संस्थाओं से इसे समर्थन प्राप्त हो चुका था। ECI परिषद ने एक नई दीर्घकालिक योजना (long range plan) बनाई जिसमें Earth Charter Initiative के विकेन्द्रीकृत विस्तार (decentralized expansion) पर बल दिया गया था। शिक्षा, व्यवसाय, युवा वर्ग, धर्म, संयुक्त राष्ट्र तथा मीडिया के क्षेत्र में इसके विकेन्द्रीकृत विस्तार को प्रोत्साहित करने के लिए छ: नए स्वतंत्र कार्य दलों का निर्माण किया गया।
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विकास-क्रम
विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
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