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विज्ञान प्रगति, फरवरी, 2017
वैश्विक जनसंख्या को लेकर आई एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2050 तक धरती पर 10 अरब लोग होंगे। इतने लोगों को खाना उपलब्ध कराने के लिये खाद्य पदार्थों का उत्पादन दोगुना करना होगा। जमीन सीमित है लिहाजा खेती की नवोन्मेषी तकनीकों से ही इस लक्ष्य को पूरा किया जा सकेगा।
बढ़ती जनसंख्या को भोजन उपलब्ध करा पाना सदैव चिन्ता का विषय बना हुआ है। वैज्ञानिक इस समस्या के निराकरण के लिये सतत प्रयासरत हैं और इसी क्रम में वैज्ञानिकों ने अब एक और सफलता हासिल की है। वैश्विक खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिये प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव चिन्ताजनक है। वैज्ञानिक इस दबाव को कम करने के लिये नित नए विकल्प ढूँढ़ रहे हैं। इसी क्रम में अमेरिका के न्यूजर्सी में दुनिया का सबसे बड़ा कृत्रिम फार्म विकसित किया गया है। यहाँ बिना मिट्टी, पानी और सूरज की रोशनी के सब्जियाँ उगाई जा रही हैं। इसमें खेती के लिये एयरोपोनिक्स तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह एक ऐसी तकनीक है जिसमें कोहरे और हवा वाले वातावरण में पौधे उगाए जाते हैं। इसमें पौधों को मिट्टी, पानी और सूरज की रोशनी की आवश्यकता नहीं पड़ती है। फार्म में उगी सब्जियों में उर्वरकों का प्रयोग बिल्कुल नहीं किया गया है।वैश्विक जनसंख्या को लेकर आई एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2050 तक धरती पर 10 अरब लोग होंगे। इतने लोगों को खाना उपलब्ध कराने के लिये खाद्य पदार्थों का उत्पादन दोगुना करना होगा। जमीन सीमित है लिहाजा खेती की नवोन्मेषी तकनीकों से ही इस लक्ष्य को पूरा किया जा सकेगा।
प्रमुख तथ्य
1. 17.6 करोड़ रुपये की सब्जियों का सालाना उत्पादन।
2. पारम्परिक खेती की तुलना में 70 गुना ज्यादा उत्पादकता।
3. 250 किस्म की सब्जियों की हो रही खेती।
4. 180 करोड़ रुपए का हुआ निवेश।
5. 100 लोगों को मिला है रोजगार।
6. न्यूजर्सी के सबसे बड़े शहर नेवार्क में खाली पड़ी एक स्टील मिल में विकसित किया गया है कृत्रिम फार्म।
7. मिट्टी की जगह रीयूजेबल (दोबारा उपयोग लायक) कपड़े का हुआ इस्तेमाल। पौधे एलईडी की रोशनी से बनाते हैं अपना भोजन।
8. नहीं पड़ती पानी की जरूरत।
9. ऐसी खेती से नहीं घटते सब्जियों के पोषक तत्व, स्वाद भी रहता है बरकरार।
10. कीटनाशकों रहित होता है फसल का उत्पादन।
सम्पर्क सूत्र :
श्री अर्पित शुक्ला, सुपुत्र श्री धर्म प्रकाश शुक्ला, ग्राम-टनटनवापुर, पोस्ट-लिलोई कलां बेलसर, गोण्डा 271 401 (उत्तर प्रदेश), [ई-मेल : arpitshukla9191@gmail.com]