गोहूँ गेरुई गाँधी धान

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 14:55
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घाघ और भड्डरी

गोहूँ गेरुई गाँधी धान।
बिना अन्न के मरा किसान।।


भावार्थ- जब गेरुई नामक रोग गेहूँ में और गन्धी नामक कीड़ा धान में लग गया तब समझो कि किसान को अन्न मिलने वाला नहीं है। वह अन्न के बिना ही मरेगा।