आवेदन की अन्तिम तिथि - 17 जून, 2018, मध्य रात्रि
संस्था - इंटरनेशनल वाटर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (IWMI)
इन्फॉर्मिंग चेंज इन द इंडस बेसिन (आईसीआईबी) मीडिया फेलोशिप - राउंड 2
फेलोशिप राशि - $1500
फेलोशिप अवधि - तीन माह
पर्यावरण और विकास से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहा इंडस बेसिन पर पत्रकारों के लिये पर रिपोर्ट करने का मौका है
पृष्ठभूमि
पानी पूरे विश्व में इन दिनों एक उच्च पॉलिसी एजेंडा है। पानी से जुड़ी चुनौतियों को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेम्बली ने 2018-2028 के काल को द इंटरनेशनल डिकेड फॉर एक्शन : वाटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट घोषित किया है। इस घोषणा के पीछे का उद्देश्य पानी का एकीकृत प्रबन्धन है जिसे हर स्तर पर सभी के सहयोग और सहभागिता से पूरा किया जा सकता है। इसी तरह जल संसाधन और पारिस्थितिकी तंत्र पर बढ़ रहे दबाव को कम करके पानी से जुड़ी जरूरतों और लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है।
पानी पर्यावरणीय बदलाव का मूल तत्व है इसीलिये हमें समाज और पर्यावरण के बीच की कड़ी के रूप में इसकी प्रासंगिकता को समझना होगा। इंडस के महत्त्व को इससे समझा जा सकता है कि यह 300 मिलियन लोगों के जीवन को प्रभावित करती है और अफगानिस्तान, चीन, भारत और पाकिस्तान से होते हुए एक मिलियन स्क्वायर किलोमीटर के एरिया से गुजरती है। इंडस बेसिन में दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिये कई प्रकार के अनाज पैदा होते हैं। यह क्षेत्र पनबिजली के उत्पादन के लिये भी मशहूर है। आने वाले वर्षों में जनसंख्या वृद्धि के कारण इस बेसिन में उपलब्ध संसाधनों और आर्थिक गतिविधियों पर दबाव पड़ेगा जिसका असर इस एरिया के समावेशी विकास और पर्यावरण पर पड़ेगा। यह मीडिया फेलोशिप अवसर प्रदान करता है कि आप अपने लेख के माध्यम से लोगों को भविष्य में आने वाले पर्यावरणीय चुनौतियों के प्रति सचेत कर सकें साथ ही उन्हें ऐसे मुद्दों के प्रति आगाह कर सकें जिस पर अभी तक किसी का ध्यान नहीं गया।
फेलोशिप संबधी विवरण
द इंटरनेशनल वाटर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (आईडब्ल्यूएमआई) और इसके सहभागी 2018 राउंड इन्फॉर्मिंग चेंज इन द इंडस बेसिन (आईसीआईबी) मीडिया फेलोशिप के लिये आवेदन आमंत्रित कर रहे हैं। इस फेलोशिप के लिये पूर्ण आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिये चार पत्रकारों का चयन किया जाएगा। रिपोर्ट मौलिक के साथ ही समीक्षात्मक स्तर पर भी उत्कृष्ट होनी चाहिए। रिपोर्ट नीचे दिये गए मुद्दों तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए:
1. पर्यावरण से जुड़े मुद्दे (उच्च प्रवाह और निम्न प्रवाह upstream and downstream) और आने वाले वर्षों में बेसिन क्षेत्र में बसने वाले समुदायों पर इनका प्रभाव
2. मुख्य पर्यावरणीय संसाधनों में होने वाले बदलाव के साथ ही समुदायों और पारिस्थितिकी पर प्रभाव, भविष्य सम्बन्धी रुझान और पूर्वानुमान
3. आने वाले दशक में बेसिन क्षेत्र में बदलाव के मुख्य वाहकों (अजलवायुवीय, Non-climate) के साथ जनसंख्या की गतिशीलता, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा
4. बेसिन क्षेत्र में विकास सम्बन्धी पहल जो सीमा के परे भी हों जैसे वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) और राजनीतिक आर्थिक बदलाव। 2028 तक बेसिन के सन्दर्भ में इनका क्या प्रभाव होगा।
हम वैसे विवरणी चाहते हैं जो प्राकृतिक संसाधनों से जुड़ी चुनौतियों को रेखांकित करें जिनसे बेसिन क्षेत्र में रहने वाले समुदायों को आने वाले दशक में दो-चार होना पड़ेगा। हम ऐसी रचनाओं में इच्छुक हैं जो रचनात्मक हों और आने वाली चुनौतियों को रेखांकित करती हों। ये कहानियाँ किसी चेंज मेकर से प्रभावित हो सकती हैं जिसने अपने आइडिया पर अमल कर कुछ ऐसा कर दिखाया हो जो लोगों को आकर्षित करता हो। इसके अलावा कहानियाँ किसी तकनीकी संस्थान के बारे में भी हो सकती हैं जिसके कार्य दूसरों को प्रभावित करते हों। इन कहानियों या लेखों में इस बात पर जोर होना चाहिए ये कौन हैं और ऐसा करने के लिये किन चीजों ने इन्हें प्रेरित किया।
अवधि और फंडिंग
यह फेलोशिप तीन महीने की अवधि के लिये होगी। चुने गए साथियों को 1500 अमेरिकी डॉलर का फेलोशिप दिया जाएगा। यह फेलोशिप नॉन टैक्सेबल नहीं होगा। यह आर्थिक सहयोग रिसर्चकर्ता के अपने देश में यात्रा, लेखन और प्रोडक्शन (मल्टीमीडिया) के लिये होगा।
योग्यता
इस फेलोशिप के लिये पेशेवर पत्रकार जो किसी भी माध्यम अर्थात टीवी, रेडियो या प्रिंट के हो सकते हैं। स्वतंत्र पत्रकार भी इसके लिये आवेदन दे सकते हैं। इस फेलोशिप के लिये वैसे ही पत्रकार आवेदन दे सकते हैं जिनके पास पर्यावरण या उससे जुड़े मुद्दों पर रिपोर्टिंग करने का कम-से-कम तीन वर्ष का अनुभव हो। पत्रकारों को इंडस बेसिन के चारों देशों यथा अफगानिस्तान, चीन, भारत और पाकिस्तान में से ही किसी एक का नागरिक होना चाहिए। इन चारों देशों के अलावा किसी पड़ोसी देश के नागरिक के आवेदन को तभी स्वीकृत किया जा सकता है यदि वह बहुत उच्च कोटि का हो लेकिन यह केवल अपवाद होगा। युवा पत्रकारों, फोटो जर्नलिस्ट के साथ ही महिला पत्रकारों को इस फेलोशिप के लिये आवेदन देने के लिये विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाता है। इसके अलावा इनोवेटिव ज्वाइंट प्रपोजल्स को भी आमंत्रित किया जाता है।
सर्वोत्तम कवरेज पुरस्कार
इस साल की सबसे अच्छी कहानी या स्टोरी लिखने वाले पत्रकार को 500 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी। कहानी का चुनाव आईडब्ल्यूएमआई और द थर्ड पोल प्रोजेक्ट के संयुक्त पैनल द्वारा किया जाएगा।
कैसे करें आवेदन
आवेदन में सीवी (तीन A4 पेजेज से ज्यादा न हो) के साथ एक कवर लेटर और नीचे दिये गए कागजात जमा करने होंगे
1. एक क्लियरली डिफाइंड प्रपोजल जो अंग्रेजी में हो और 500 शब्दों से ज्यादा न हो। प्रपोजल का फोकस फेलोशिप के थीम पर होने के साथ ही टारगेट ऑडियंस पर होना चाहिए।
2. स्टोरी आइडिया से जुड़ा 200 शब्दों का लेख जो एक मुख्य खबर पर आधारित हो साथ ही उसमें अन्य दूसरी खबरें पैदा करने की भी क्षमता हो।
3. ऐसे लोग जो एक दूसरे के सहयोगी होने के साथ ही दूसरे देशों में निवास करते हों और एक ही फील्ड में काम करते हों संयुक्त रूप से स्टोरी आइडिया डेवलप कर सकते हैं।
4. यात्रा सहित अन्य जरूरतों से जुड़े खर्चों का रफ ब्यौरा।
5. पूर्व में किये गए ऐसे कार्यों का दो सैम्पल जो प्रकाशित हुआ हो या रेडियो और टीवी पर प्रसारित किया गया हो। अगर आपका काम किसी प्रादेशिक भाषा में है तो उसका अंग्रेजी अनुवाद ही भेजें।
6. एडिटर से चार हफ्ते की छुट्टी की स्वीकृति के लेटर के साथ इस अनुमति का भी लेटर कि आपकी स्टोरी को आपकी संस्था पब्लिश या ब्रॉडकास्ट करेगी और उसे फेलोशिप देने वाली संस्था/सहयोगी संस्था द्वारा भी दोबारा पब्लिश या ब्रॉडकास्ट किया जा सकता है। स्वतंत्र पत्रकारों से भी सम्बद्ध संस्था से ऐसे ही परमिशन लेटर की अपेक्षा की जाती है।
- यदि आप किसी प्रादेशिक भाषा में स्टोरी करने के लिये आवेदन कर रहें हैं तो आपको 200 शब्दों का एक समरी लेटर भी देना होगा।
आवेदन की अन्तिम तिथि और जमा करने का तरीका
ऊपर के विवरण में दिये गए सभी डॉक्यूमेंट को 31 मई, 2018 तक इस ईमेल आईडी पर मेल करें i.arulingam@cgiar.org, इस ईमेल आईडी पर कॉपी करना न भूलें nitasha.nair@gmail.com.। अगर आपको कोई पूछताछ करनी हो तो इंडिका और निताशा से सम्पर्क करें।
Joydeep Gupta
Source
IWMI