पहाड़ों पर जंगलों की आग बुझने का नाम नहीं ले रही हैं| बंगापानी तहसील के बरम क्षेत्र के मेतली से ठुलीगैर तक चार किमी से अधिक के एरिया में पिछले 24 घंटे से अधिक समय से चीड़ के जंगल धधक रहे हैं| लोगों का आरोप है कि उन्होंने विभाग के कर्मचारियों को फोन किया, लेकिन किसी का भी फोन नहीं उठा| लोगों ने आशंका जताई है कि आग र काबू नहीं किया गया तो यह विकराल रूप धारण कर सकती है| हालाँकि, प्रभागीय वनाधिकारी विनय भार्गव का
कहना है कि रविवार सुबह आग की सूचना मिल गई थी| उन्होंने अस्कोट के वन कर्मचारियों को आग बुझाने के निर्देश दिए हैं| टीम क्षेत्र में पहुँच गई गई लेकिन दूरस्थ होने के कारन संपर्क नहीं हो पा रहा है| इधर, बागेश्वर में दफौट मार्ग से लगे जंगल और मनकोट के जंगल भी धधक रहे हैं|