कुओं का विसंक्रमण

Submitted by Hindi on Fri, 01/06/2012 - 16:19
कई राज्यों में एवं कुछ विशेष प्रदेशों में स्थित घरेलू एवं नगरीय जल वितरण हेतु जिन कुंओं का उपयोग किया जाता है, उन कुंओं को रोगजनक जीवाणुओं से मुक्त करने हेतु विसंक्रमण अति आवश्यक है। कुंओं का विसंक्रमण कई प्रकार से किया जा सकता है, परंतु क्लोरीनीकरण की प्रक्रिया आसान, सस्ती व सुलभ है। क्लोरीन उत्पन्न करने वाले यौगिक /मिश्रण को कुंए के अंदर पानी की मात्रा ज्ञात करने के पश्चात मिश्रण/यौगिक की गुणवत्ता और उससे उपलब्ध क्लोरीन की मात्रा को ज्ञात करने के पश्चात यौगिक/मिश्रण को पम्प की पाईप लाईन द्वारा कुंए में दाब से विसर्जित किया जाता है। कुछ अन्य मिश्रण भी विसंक्रमण की प्रक्रिया के लिए उपयोग में लाये जा सकते हैं, परंतु उन्हें पेय जल के कुंओं में उपयोग में नहीं ला सकते हैं।

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