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कजाकिस्तान और उजबेकिस्तान के बीच करीब 55 लाख साल पहले कीजीलकुम मरुस्थल में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अराल सागर पूरी तरह सूख चुका है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के टेरा उपग्रह के द्वारा भेजी गई तस्वीरों से पता चला है कि अराल सागर सूख गया है।
सन् 1900 के शुरुआती दशक में यह दुनिया का चौथा बड़ा सागर हुआ करता था, लेकिन आज इस सागर में पानी का नामोनिशान तक नहीं है। 1960 के दशक में सोवियत संघ ने अमु दरिया नदी को कैस्पियन सागर की ओर मोड़ दिया था जिसके कारण अराल सागर सूख गया।
600 साल में अराल सागर पूरी तरह सूख गया इसका एक कारण पहाड़ों पर जमने वाली बर्फ का कम होना भी माना जा रहा है क्योंकि इस बर्फ के पिघलने से अराल सागर में पानी भरता था। विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि 2020 तक अराल सागर पूरी तरह खत्म हो जाएगा।