लम्बा घूँट

Submitted by Hindi on Tue, 06/07/2011 - 09:12
घूँघट के ओट से ही
उसने लम्बा घूँट भरा

झरने ने सुन लिया
और मारे खुशी के
छल-छला कर,
झर-झरा कर
नहला दिया सारा पहाड़

बिरला ही जानता है
यह संगीत है
जिसमें प्यार बजता है
(अविराम-अभिराम!)