लावाः
ज्वालामुखियों के उद्गार से भू-पृष्ठ पर बाहर निकले हुए गलित शैल के लिए एक सामान्य नाम। इसके अतिरिक्त जब यह गलित पदार्थ ठंडा होकर संपिंडित हो जाता है तो उसे भी लावा कहते हैं।
- भूगर्भ से ज्वालामुखी क्रेटर या उसके समीप किसी विदर (fissure) से बहकर निकली हुई पिघली शैल जो पृष्ठ पर ठोस होने के पूर्व वैसी ही बनी रहती है। इसको तीन श्रेणियों में विभक्त किया जाता है (1) अम्लीय लावा, (2) बेसिक लावा (3) मध्यवर्ती लावा।
ज्वालामुखी विवर या मुख से निकली तरल चट्टानें लावा कहलाती है जो ठंडी होकर आग्नेय चट्टानों में बदल जाती है।