वायु द्वारा निक्षेपित, मुख्यतः सिल्ट की साइज के शैल-कणों तथा खनिज-कणों से संघटित एक असंपिंडित तथा अस्तरित अवसादी निक्षेप जिसमें सामान्यतः थोडी बहुत मात्रा में सूक्ष्म बालू और मृत्तिका भी मिली होती है। इसका रंग हल्का भूरा, पीला या धूसर होता है और इसकी विशेषता यह है कि वह अत्यन्त प्रवण या सीधे खड़े ढालों पर टिका रह सकता है।
अन्य स्रोतों से
साधारणतः पवन द्वारा उड़ कर आई हुई सूक्ष्म कणों वाली धूलि का निक्षेप। इसकी एक विशेषता यह है कि इससे होकर बहने वाली सरिताएँ अपने किनारों पर खड़ी भित्तियों का निर्माण करती हैं, तथा दूसरी यह कि पौधों की जड़ों के अवशेषों की उपस्थिति के कारण इसमें छोटी-छोटी ऊर्ध्वाधर नालियां बन जाया करती है।