एक ऐसी घटना जिसमें किसी क्षेत्र में आने वाली वायु की गति वहां से बाहर जाने वाली वायु की गति से अधिक होती है। इससे उस क्षेत्र में वायु एकत्रित होती जाती है और वह ऊपर की ओर उठने लगती है।
प्रबल महोर्मि में पवन की गति लगभग दुगनी हो जाती है। मानसून प्रवाह में महोर्मि की स्थिति उस समय, अकसर पैदा, हो जाती है जब भूमध्यरेखा को पार करके उत्तर की ओर आने वाली पवन की मात्रा काफी अधिक होती है। उस समय भूमध्यरेखा के दक्षिण में पवन की गति अधिक होती है पर उसके उत्तर में कम।
प्रबल महोर्मि में पवन की गति लगभग दुगनी हो जाती है। मानसून प्रवाह में महोर्मि की स्थिति उस समय, अकसर पैदा, हो जाती है जब भूमध्यरेखा को पार करके उत्तर की ओर आने वाली पवन की मात्रा काफी अधिक होती है। उस समय भूमध्यरेखा के दक्षिण में पवन की गति अधिक होती है पर उसके उत्तर में कम।