नदी के सारे आयामों, भावनाओं और विचारों को जोड़कर पुस्तक की शक्ल में एक रचना की है। यह कोई रिसर्च बुक नहीं है। सरल और सहजता से नर्मदा को प्रस्तुत करने का प्रयास मात्र है। नर्मदा विश्व की ऐसी अनूठी नदी है जिसकी परिक्रमा की जाती है। ऐसी नदी जिसका पानी ग्लेशियर से नहीं आता। नर्मदा से सबको पानी और ऊर्जा चाहिए। जल तंत्र के बिगड़ने से गंगा और यमुना की दुर्दशा हुई, अगर ध्यान न दिया तो नर्मदा के साथ भी यही होने वाला है। इसलिए इस नदी को संभालने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दीर्घकालीन प्रयासों के लिए सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हर व्यक्ति सेवा का एक कार्य हाथ में ले। पुस्तक से मिलने वाली रायल्टी को नर्मदा के विकास व संरक्षण पर खर्च करेंगे। - अनिल माधव दवे
नदी के सारे आयामों, भावनाओं और विचारों को जोड़कर पुस्तक की शक्ल में एक रचना की है। यह कोई रिसर्च बुक नहीं है। सरल और सहजता से नर्मदा को प्रस्तुत करने का प्रयास मात्र है। नर्मदा विश्व की ऐसी अनूठी नदी है जिसकी परिक्रमा की जाती है। ऐसी नदी जिसका पानी ग्लेशियर से नहीं आता। नर्मदा से सबको पानी और ऊर्जा चाहिए। जल तंत्र के बिगड़ने से गंगा और यमुना की दुर्दशा हुई, अगर ध्यान न दिया तो नर्मदा के साथ भी यही होने वाला है। इसलिए इस नदी को संभालने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दीर्घकालीन प्रयासों के लिए सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हर व्यक्ति सेवा का एक कार्य हाथ में ले। पुस्तक से मिलने वाली रायल्टी को नर्मदा के विकास व संरक्षण पर खर्च करेंगे। - अनिल माधव दवे