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नेशनल दुनिया, 19 मई 2013
शनिवार को भी दर्जन भर इलाकों में रही पानी की भारी किल्लत, लोगों ने झेली मुसीबत, जहां पानी आया वहां भी रहा दबाव कम
शुक्रवार के बाद शनिवार को भी दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के दर्जन भर इलाकों के लोग पानी के लिए तरसते रहे। सुबह तो पानी के दर्शन नहीं हुए लेकिन शाम को कुछ इलाकों में पानी बहुत कम समय के लिए और कम दबाव पर आया। पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों ने पीने का पानी बाजार से ख़रीदा और घरेलू कार्यों के लिए जल बोर्ड के टैंकरों का सहारा लिया। दक्षिण दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पार्ट-1 के प्रतिनिधि राजीव काकरिया ने बताया कि शाम को पानी आया तो लेकिन उसका दबाव बेहद कम था।
पहली और दूसरी मंजिल पर रहने वाले लोगों को पानी नहीं मिल सका। उधर आरकेपुरम में रहने वाली शशि ने बताया कि पिछले दो दिन से पानी नहीं आ रहा। बाजार से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। मालवीय नगर के एनआईएल ब्लॉक में रहने वाले वार्षणे समाज के अध्यक्ष गिरीश वार्षणे ने बताया कि उनके यहां पानी की सप्लाई शनिवार को सामान्य रही। शाम को पानी अच्छे दबाव पर आया। लेकिन दक्षिण पुरी, आरकेपुरम, सरोजनी नगर, ईस्ट ऑफ कैलाश खेल गांव सहित कई और इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं हुई।
लक्ष्मी नगर में रहने वाले अशोक ने बताया कि पिछले दो दिन से पानी नहीं आ रहा। घर में पहले से भरकर रखा पानी शनिवार को खत्म हो गया जिसके बाद पीने का पानी बाजार से खरीदना पड़ा। त्रिलोकपुरी निवासी अरविंद ने बताया कि उनके इलाके में तो पानी की समस्या लगभग पूरा साल ही रहता है। पर दो दिन से बुरा हाल है। एक बूंद पानी नहीं आया है। शुक्रवार को बिना नहाए दफ्तर जाना पड़ा था।
दिल्ली जल बोर्ड की ओर से पूर्वी दिल्ली के लोगों को पानी सप्लाई करने के लिए 80 पानी के टैंकरों का इंतजाम किया गया है। यमुना विहार, लोनी रोड, जागृति एंक्लेव, ताहिरपुर और मंडावली वॉटर आपात कालीन सेंटर पर सभी टैंकरों को भरकर तैयार रहने के लिए कहा गया था। दक्षिण दिल्ली के लिए भी गिरी नगर, जी के जल सदन, एम ब्लॉक जी के – 2 आर के पुरम, सरिता विहार में भी टैंकरों को तैयार रहने के लिए कहा गया था।
हरियाणा द्वारा ताजेवाला बैराज से दिल्ली के लिए छोड़ा गया 240 क्यूसेक पानी दिल्ली पहुंच गया है। गंग नहर के टूटने से दक्षिण और पूर्वी दिल्ली में गहराया पानी का संकट रविवार से पूरी तरह दूर भले ही न हों, लेकिन कम ज़रूर हो जाएगा। दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक पानी यमुना में शनिवार शाम से ही पहुँचना शुरू हो गया है और रविवार को यह पानी सोनिया विहार और भागीरथी जल शोधन संयंत्र में ट्रीट कर दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के इलाकों में दोबारा से सप्लाई किया जाने लगेगा।
हालांकि पानी की समस्या पूरी तरह दूर होने में अगले चार से पांच दिन का समय लग सकता है। उत्तर प्रदेश के खतौली के पास टूटी गंग नहर की मरम्मत का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। लेकिन मरम्मत का काम पूरा होने में बुधवार तक का समय लग सकता है। दिल्ली जल बोर्ड के सदस्य बी एम धौल ने बताया कि ताजेवाला से छोड़ा गया पानी शनिवार शाम को ही यमुना में पहुंचने लगा था और रविवार से दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के लोगों को पानी मिलना शुरू हो जाएगा। उधर शुक्रवार के बाद शनिवार को भी दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के दर्जन भर इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचा रहा। पीने का पानी जहां लोगों ने पैसों से खरीदकर पिया वहीं घरेलू कार्यों के लिए लोगों ने बोरिंग का पानी और दिल्ली जल बोर्ड द्वारा भेजे गए पानी के टैंकरों से काम चलाया।
गंग नहर के टूटने से दिल्ली के दो जल शोधन संयंत्र सोनिया विहार और भागीरथी में पानी उत्पादन घट गया है। पूर्वी दिल्ली में करीब 40 लाख लोग और दक्षिण दिल्ली में 30 लाख लोग रहते हैं। दिल्ली को गंग नहर से 240 एमजीडी पानी मिलता है। इन संयंत्रों से दिल्ली के करीब 70 लाख लोगों को पानी की सप्लाई की जाती है।
ताजेवाला से छोड़ा गया पानी शनिवार शाम से यमुना में पहुँचना शुरू हो गया है और रविवार से दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के 90 फीसदी इलाकों में पानी सप्लाई पूरी तरह से शुरू हो जाएगी – बी एम धौल, सदस्य दिल्ली जल बोर्ड
हरियाणा ने जो पानी छोड़ा है उससे दिल्ली के जिन इलाकों में पानी संकट गहराया है वो रविवार से धीरे-धीरे कम हो जाएगा और शाम को पानी की सप्लाई सभी इलाकों में सामान्य हो जाएगी – संजम चीमा, प्रवक्ता दिल्ली जल बोर्ड
शुक्रवार के बाद शनिवार को भी दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के दर्जन भर इलाकों के लोग पानी के लिए तरसते रहे। सुबह तो पानी के दर्शन नहीं हुए लेकिन शाम को कुछ इलाकों में पानी बहुत कम समय के लिए और कम दबाव पर आया। पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों ने पीने का पानी बाजार से ख़रीदा और घरेलू कार्यों के लिए जल बोर्ड के टैंकरों का सहारा लिया। दक्षिण दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पार्ट-1 के प्रतिनिधि राजीव काकरिया ने बताया कि शाम को पानी आया तो लेकिन उसका दबाव बेहद कम था।
पहली और दूसरी मंजिल पर रहने वाले लोगों को पानी नहीं मिल सका। उधर आरकेपुरम में रहने वाली शशि ने बताया कि पिछले दो दिन से पानी नहीं आ रहा। बाजार से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। मालवीय नगर के एनआईएल ब्लॉक में रहने वाले वार्षणे समाज के अध्यक्ष गिरीश वार्षणे ने बताया कि उनके यहां पानी की सप्लाई शनिवार को सामान्य रही। शाम को पानी अच्छे दबाव पर आया। लेकिन दक्षिण पुरी, आरकेपुरम, सरोजनी नगर, ईस्ट ऑफ कैलाश खेल गांव सहित कई और इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं हुई।
लक्ष्मी नगर में रहने वाले अशोक ने बताया कि पिछले दो दिन से पानी नहीं आ रहा। घर में पहले से भरकर रखा पानी शनिवार को खत्म हो गया जिसके बाद पीने का पानी बाजार से खरीदना पड़ा। त्रिलोकपुरी निवासी अरविंद ने बताया कि उनके इलाके में तो पानी की समस्या लगभग पूरा साल ही रहता है। पर दो दिन से बुरा हाल है। एक बूंद पानी नहीं आया है। शुक्रवार को बिना नहाए दफ्तर जाना पड़ा था।
जल बोर्ड ने पूर्वी दिल्ली में लगाए 80 टैंकर
दिल्ली जल बोर्ड की ओर से पूर्वी दिल्ली के लोगों को पानी सप्लाई करने के लिए 80 पानी के टैंकरों का इंतजाम किया गया है। यमुना विहार, लोनी रोड, जागृति एंक्लेव, ताहिरपुर और मंडावली वॉटर आपात कालीन सेंटर पर सभी टैंकरों को भरकर तैयार रहने के लिए कहा गया था। दक्षिण दिल्ली के लिए भी गिरी नगर, जी के जल सदन, एम ब्लॉक जी के – 2 आर के पुरम, सरिता विहार में भी टैंकरों को तैयार रहने के लिए कहा गया था।
ताजेवाला बैराज से छोड़ा गया पानी पहुंचा दिल्ली
हरियाणा द्वारा ताजेवाला बैराज से दिल्ली के लिए छोड़ा गया 240 क्यूसेक पानी दिल्ली पहुंच गया है। गंग नहर के टूटने से दक्षिण और पूर्वी दिल्ली में गहराया पानी का संकट रविवार से पूरी तरह दूर भले ही न हों, लेकिन कम ज़रूर हो जाएगा। दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक पानी यमुना में शनिवार शाम से ही पहुँचना शुरू हो गया है और रविवार को यह पानी सोनिया विहार और भागीरथी जल शोधन संयंत्र में ट्रीट कर दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के इलाकों में दोबारा से सप्लाई किया जाने लगेगा।
हालांकि पानी की समस्या पूरी तरह दूर होने में अगले चार से पांच दिन का समय लग सकता है। उत्तर प्रदेश के खतौली के पास टूटी गंग नहर की मरम्मत का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। लेकिन मरम्मत का काम पूरा होने में बुधवार तक का समय लग सकता है। दिल्ली जल बोर्ड के सदस्य बी एम धौल ने बताया कि ताजेवाला से छोड़ा गया पानी शनिवार शाम को ही यमुना में पहुंचने लगा था और रविवार से दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के लोगों को पानी मिलना शुरू हो जाएगा। उधर शुक्रवार के बाद शनिवार को भी दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के दर्जन भर इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचा रहा। पीने का पानी जहां लोगों ने पैसों से खरीदकर पिया वहीं घरेलू कार्यों के लिए लोगों ने बोरिंग का पानी और दिल्ली जल बोर्ड द्वारा भेजे गए पानी के टैंकरों से काम चलाया।
गंग नहर के टूटने से दिल्ली के दो जल शोधन संयंत्र सोनिया विहार और भागीरथी में पानी उत्पादन घट गया है। पूर्वी दिल्ली में करीब 40 लाख लोग और दक्षिण दिल्ली में 30 लाख लोग रहते हैं। दिल्ली को गंग नहर से 240 एमजीडी पानी मिलता है। इन संयंत्रों से दिल्ली के करीब 70 लाख लोगों को पानी की सप्लाई की जाती है।
ताजेवाला से छोड़ा गया पानी शनिवार शाम से यमुना में पहुँचना शुरू हो गया है और रविवार से दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के 90 फीसदी इलाकों में पानी सप्लाई पूरी तरह से शुरू हो जाएगी – बी एम धौल, सदस्य दिल्ली जल बोर्ड
हरियाणा ने जो पानी छोड़ा है उससे दिल्ली के जिन इलाकों में पानी संकट गहराया है वो रविवार से धीरे-धीरे कम हो जाएगा और शाम को पानी की सप्लाई सभी इलाकों में सामान्य हो जाएगी – संजम चीमा, प्रवक्ता दिल्ली जल बोर्ड