प्रवाल से बना हुआ द्वीप।
मुख्य स्थल से दूर स्थित प्रवाल-भित्ति जिसका ऊपरी भाग सागर तल के ऊपर दिखायी पड़ता है। प्रवाल भित्ति के निर्माण के पश्चात् सागर तल (sea level) में गिरावट आने अथवा महासागरीय तली के उन्मज्जन (उत्थान) के परिणामस्वरूप प्रवाल द्वीप की उत्पत्ति होती है। सपाट प्रवाल भित्ति के ऊपर बालुका जमावों से निर्मित टीला भी पाया जा सकता है जो सागरतल से थोड़ा ही ऊँचा होता है। प्रवाल द्वीपों के ऊपर विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां विकसित हो जाती हैं।
वह प्रवाल-संहति जो किसी स्थलभाग से दूर स्थित हो, और जिसका शिखर समुद्र-तल के ऊपर उठा हो।
मुख्य स्थल से दूर स्थित प्रवाल-भित्ति जिसका ऊपरी भाग सागर तल के ऊपर दिखायी पड़ता है। प्रवाल भित्ति के निर्माण के पश्चात् सागर तल (sea level) में गिरावट आने अथवा महासागरीय तली के उन्मज्जन (उत्थान) के परिणामस्वरूप प्रवाल द्वीप की उत्पत्ति होती है। सपाट प्रवाल भित्ति के ऊपर बालुका जमावों से निर्मित टीला भी पाया जा सकता है जो सागरतल से थोड़ा ही ऊँचा होता है। प्रवाल द्वीपों के ऊपर विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां विकसित हो जाती हैं।
वह प्रवाल-संहति जो किसी स्थलभाग से दूर स्थित हो, और जिसका शिखर समुद्र-तल के ऊपर उठा हो।