नई दिल्ली। प्रसिद्ध गांधीवादी और पर्यावरणविद् डॉ.जी.डी. अग्रवाल ने लोहारीनाग-पाला परियोजना पर कार्य फिर आरंभ किए जाने के विरोध में पांच अगस्त से आमरण अनशन करने की घोषणा की है, लेकिन उनके अनशन का स्थल अब दिल्ली के बजाए वाराणसी होगा।
डा.अग्रवाल के करीबी पर्यावरण कार्यकर्ता पवित्र सिंह ने देहरादून से टेलीफोन पर बताया कि न्यायालय के आदेश की अवहेलना करते हुए परियोजना स्थल पर दिन-रात काम जारी है। इसका विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को जिला प्रशासन धमका रहा है।
गौरतलब है कि नैनीताल उच्च न्यायालय ने 18मई 2009 के अपने आदेश में केंद्र सरकार को लोहारीनाग-पाला परियोजना के संबंध में स्पष्ट निर्णय लेने या सलाह देने के लिए चार सदस्यीय समिति के गठन का आदेश दिया था।
4 नवम्बर, 2008 की प्रेस विज्ञप्ति में प्रधानमंत्री कार्यालय ने भारतीय जन-मानस और चिन्तन में गंगा जी के विशेष स्थान और भारतीयता के गंगा जी के साथ भावनात्मक जुड़ाव को स्वीकारने-बचाने की आवश्यकता पर बल देते हुए गंगा जी को भारत की 'राष्ट्रीय-नदी' प्रतीक घोषित करने की पहल की। इसके पूर्व माननीय प्रधानमंत्री ने परम पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानन्द जी के सन्मुख गंगा जी तो मेरी मेरी माँ हैं, और पूज्य स्वामी तेजोमयानन्द जी के सन्मुख गंगा जी तो भारत की आत्मा हैं। जैसे भाव प्रकट करते हुए गंगा जी के संरक्षण के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता जताई थी पर अब शायद उन्हें याद नहीं रहा।
कृपया अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करे´:
डा0 अनिल गौतम - 09412176896
पवित्र सिह - 9410706109 ईमेल - pavitrapsi@gmail.com
डा.अग्रवाल के करीबी पर्यावरण कार्यकर्ता पवित्र सिंह ने देहरादून से टेलीफोन पर बताया कि न्यायालय के आदेश की अवहेलना करते हुए परियोजना स्थल पर दिन-रात काम जारी है। इसका विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को जिला प्रशासन धमका रहा है।
गौरतलब है कि नैनीताल उच्च न्यायालय ने 18मई 2009 के अपने आदेश में केंद्र सरकार को लोहारीनाग-पाला परियोजना के संबंध में स्पष्ट निर्णय लेने या सलाह देने के लिए चार सदस्यीय समिति के गठन का आदेश दिया था।
4 नवम्बर, 2008 की प्रेस विज्ञप्ति में प्रधानमंत्री कार्यालय ने भारतीय जन-मानस और चिन्तन में गंगा जी के विशेष स्थान और भारतीयता के गंगा जी के साथ भावनात्मक जुड़ाव को स्वीकारने-बचाने की आवश्यकता पर बल देते हुए गंगा जी को भारत की 'राष्ट्रीय-नदी' प्रतीक घोषित करने की पहल की। इसके पूर्व माननीय प्रधानमंत्री ने परम पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानन्द जी के सन्मुख गंगा जी तो मेरी मेरी माँ हैं, और पूज्य स्वामी तेजोमयानन्द जी के सन्मुख गंगा जी तो भारत की आत्मा हैं। जैसे भाव प्रकट करते हुए गंगा जी के संरक्षण के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता जताई थी पर अब शायद उन्हें याद नहीं रहा।
कृपया अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करे´:
डा0 अनिल गौतम - 09412176896
पवित्र सिह - 9410706109 ईमेल - pavitrapsi@gmail.com