1. उपसतही बाँध/ अवरोध
बरसाती नदी नालों में सतह के नीचे एक पानी की धारा बहती रहती है। उपसतही बांधों की सहायता से उस धारा को रोककर सिमेन्ट की पाइपों द्वारा उपसतही जल को खेतों तक पहुचांया जाता है। इस प्रकार के बांध को उपसतही बांध कहते है। पर्वतीय क्षेत्रों में बहने बाली बरसाती नदियों पर इस प्रकार के बांधों का बड़ा उपयोग है।
2. उपसतही बंधारें
यह विधि महाराष्ट्र में काफी प्रचलित है इसमें भी भूमिगत जल के बहाव को मोड़कर खेतों की सिचांई में प्रयोग किया जाता है।
3. डायफ्राम बांध
इस प्रकार के बंधों का अधिकतर भाग पारगम्य सामग्री जैसे रेत, बजरी या पत्थर के साथ बनाया जाता है तथा अपारगम्य सामग्री जैसे प्लास्टिक, बुटाईल, कंक्रीट, स्टील या लकड़ी का पतला डायफ्राम भराव के अन्दर अवरोध हेतु रिसाव रोकने के लिये डाला जाता है।
बरसाती नदी नालों में सतह के नीचे एक पानी की धारा बहती रहती है। उपसतही बांधों की सहायता से उस धारा को रोककर सिमेन्ट की पाइपों द्वारा उपसतही जल को खेतों तक पहुचांया जाता है। इस प्रकार के बांध को उपसतही बांध कहते है। पर्वतीय क्षेत्रों में बहने बाली बरसाती नदियों पर इस प्रकार के बांधों का बड़ा उपयोग है।
2. उपसतही बंधारें
यह विधि महाराष्ट्र में काफी प्रचलित है इसमें भी भूमिगत जल के बहाव को मोड़कर खेतों की सिचांई में प्रयोग किया जाता है।
3. डायफ्राम बांध
इस प्रकार के बंधों का अधिकतर भाग पारगम्य सामग्री जैसे रेत, बजरी या पत्थर के साथ बनाया जाता है तथा अपारगम्य सामग्री जैसे प्लास्टिक, बुटाईल, कंक्रीट, स्टील या लकड़ी का पतला डायफ्राम भराव के अन्दर अवरोध हेतु रिसाव रोकने के लिये डाला जाता है।