केंद्रं सरकार रेलवे पटरियों पर वन्यजीव गलियारे स्थापित करने की योजना बना रही है। योजना के तहत लगभग 100 सड़कों पर गलियारे बनाए जा सकते है ,जहां बाघों और वन्यजीवों का आना-जाना लगा रहता है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने इस बारे में अधिकारियों वन्यजीव कॉरिडोर शुरू करने के निर्देश दिए है ।
जंगली जानवर अक्सर ट्रैक पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से मारे जाते हैं या घायल हो जाते हैं। इस मुद्दे पर 17 अगस्त को रेल मंत्री की अध्यक्षता में चर्चा हुई थी। लेकिन चर्चा को लेकर ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है. चर्चा में वन विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए।
विदर्भ क्षेत्र में ऐसी स्थिति है जहां बाघों को लगातार ट्रेनों के चपेट में आने से मौत हो जाती है। इसके बाद पर्यावरणविदों और संगठनों ने सीधे केंद्रीय मंत्री से संपर्क किया और समाधान मांगा। जानकारों की ये भी राय है कि करीब 100 जगहों पर इस तरह के कॉरिडोर बनाकर हादसों को कम किया जा सकता है।
देहरादून में भारतीय वन्यजीव संस्थान के अधिकारियों को एक महीने के भीतर ऐसी जगहों का पता लगाने का निर्देश दिया गया है। रेलवे अधिकारियों को दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कार्रवाई पर प्रशिक्षण प्रदान करने का भी प्रस्ताव है। अश्वनी वैष्णव ने कहा कि अगर यह तरीका काम नहीं करता है तो रेलवे ट्रैक को वन्यजीवों के अनुकूल बनाने के लिए अन्य तकनीकों का पता लगाया जाएगा ।