संयुक्त राष्ट्र द्वारा सन् 2002 में पानी के अधिकार को मानव जाति का मूल अधिकार घोषित किया था। मानव जाति के इसी मूल अधिकार को सुरक्षित रखने के लिये संघर्षरत है WaterAid नामक संस्था। यह संस्था इस समय दुनिया के निर्धनतम लोगों और देशों में पानी प्राप्त करने के अधिकारों की लड़ाई लड़ने की दिशा में काम कर रही है। यह एक अन्तर्राष्ट्रीय चैरिटी संस्था है जो फ़िलहाल 17 देशों में पानी संरक्षण, जल प्रबन्धन, जल-मल निकासी तथा साफ़-सफ़ाई निगरानी आदि के काम कर रही है। इस काम के लिये यह संस्था फ़िलहाल जितना खर्च कर रही है, उसे भी दोगुना करने के लिये समूह को और बढ़ाने की योजना है।