ऐसे पार्कों की स्थापना करना जो वर्षावन और वन्य जीवों की रक्षा करें

Submitted by Hindi on Tue, 12/29/2009 - 08:46

संरक्षित क्षेत्रों जैसे राष्ट्रीय पार्कों (उद्यानों) का निर्माण करना वर्षावन और अन्य पारिस्थितिकी तंत्रों (Ecosystems) की रक्षा करने का एक अच्छा तरीका है। संरक्षित क्षेत्र वे स्थान हैं जो अपने पर्यावरणी या सांस्कृतिक मूल्यों के कारण संरक्षण प्राप्त करते हैं। सामान्यतया संरक्षित क्षेत्रों का प्रबंधन सरकार के द्वारा किया जाता है और पार्क रेंजर (Park Rangers) और गार्ड उद्यान के नियमों का पालन करने के लिए जोर देते हैं, और गैर कानूनी गतिविधियों जैसे शिकार और पेड़ों की कटाई से रक्षा करते हैं।

वर्तमान में ऐसे उद्यान दुनिया की अधिकांश विलुप्तप्राय प्रजातियों को संरक्षण प्रदान करते हैं। पांडा जैसे पशु केवल संरक्षित क्षेत्रों में ही पाए जाते हैं।

ये उद्यान सबसे ज्यादा सफल होते हैं जब उन्हें संरक्षित क्षेत्रों में और उनके आस पास रहने वाले लोगों का समर्थन प्राप्त होता है। अगर स्थानीय लोग पार्क में रूचि लें तो 'सामूहिक निगरानी' कर सकते हैं, जो गैर कानूनी रूप से वनों की कटाई और जीव-जन्तुओं के शिकार से पार्क की रक्षा कर सकता है।

पार्क प्रबंधन में स्थानीय लोगों को शामिल करना वर्षावन की रक्षा का एक कारगर तरीका है। स्वदेशी लोगों को जंगल के बारे में अधिक जानकारी होती है और वे एक उत्पादक पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) के रूप में इसकी रक्षा करने में रूचि लेते हैं, जो इन्हें भोजन, आश्रय और साफ़ पानी उपलब्ध कराता है। अनुसंधान में यह पाया गया है कि कुछ मामलों में, 'राष्ट्रीय उद्यानों' की तुलना में 'देशी भंडार' वास्तव में अमेज़न (Amazon) के वर्षावन की बेहतर तरीके से रक्षा करते हैं।

उद्यान विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करके भी वर्षावन देशों की अर्थव्यवस्था में सुधार लाते हैं, ये पर्यटक यहाँ आने के लिए प्रवेश शुल्क देते हैं, वन के स्थानीय गाइड को भाड़े पर लेते हैं, स्थानीय हस्तशिल्प की चीजें जैसे टोकरियां, टी-शर्ट्स, और मोतियों के कंगन आदि खरीदते हैं।