पेयजल योजना को जोनवार ढंग से तैयार किया गया है। इस योजना में 64 करोड़ रुपए से कुल 259 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। 31 करोड़ रुपए से 17 पानी की टंकियां और 10 करोड़ रुपये से 23 पंप हाउस बनेंगे। खास बात यह कि मौजूदा समय में इटावा शहर की आबादी 3,48,919 है, जबकि योजना 12,12,629 आबादी के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। योजना कुल 13 जोन निर्धारित किए गए हैं। इनमें लाइन पार के तीन और शहरी क्षेत्र के 10 जोन शामिल हैं। एक जोन में कई मुहल्ले शामिल हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने इटावा शहर के वासिंदों को पीने का पानी आने वाले तीस सालों तक साफ सुथरा और सुचारू ढंग से मिलता रहे इसके लिए पूरी तरह से सरकार का ख़ज़ाना खोल दिया है मुख्यमंत्री की इस मंशा के पीछे साफ मकसद समझ में आ रहा है कि आज कल लोगों को पानी का साफ नहीं मिल पा रहा है और इसी कारण लोग गंभीर बीमारियों के जाल में फंसकर काल के गाल में समा रहे हैं। पानी को लेकर मुख्यमंत्री के मिले इस तोहफे से इटावा के वासिंदे बेहद खुश नजर आ रहे है उनका कहना है कि मुख्यमंत्री की योजना को सही ढंग से मूर्त रूप दे दिया गया तो जाहिर है कि इटावा के वासिंदों को आने वाले लंबे समय तक सुखद माहौल का एहसास तो हमेशा होता ही रहेगा और मुख्यमंत्री की याद पानी के बिंदु पर हर हाल में होती रहेगी।
इटावा के ख्यातिलब्ध चिकित्सक डा.एम.एम.पालीवाल का कहना है कि मुख्यमंत्री जी के स्तर पर इटावावासियों को पानी के संदर्भ में जो दूरीगामी योजना हासिल हुई है जाहिर है इस योजना का लाभ आम इंसान को मिल सकेगा। साफ पानी मिलने से लोग बीमारी से भी दूर रहेंगे इसके लिए मुख्यमंत्री जी हकीक़त में बधाई के पात्र हैं। नगर पालिका परिषद के चेयरमैन कुलदीप गुप्ता संटू का कहना है कि इटावा के लिए मिली यह योजना साफ पानी के मद्देनज़र बेहद महत्वपूर्ण है इस योजना से लोगों को बड़े स्तर पर लाभ हासिल होगा। ऐसा कहा जा रहा है कि इटावा में एक समय में यमुना नदी के प्रदूषण को मुक्त करने के लिए यमुना एक्शन प्लान की शुरूआत कराई गई थी इस प्लान में आई तकनीकी ख़राबी ने बड़े स्तर पर इटावा के एक इलाके की ज़मीन के पानी को दूषित कर दिया इसी कारण उस इलाके में हैंडपंपों का भी पानी पीने योग्य तो बचा ही नहीं और हैंडपंप पानी के लिए इस्तेमाल ना करने से भी हैंडपंप पूरी तरह से निष्क्रय हो गए हैं लेकिन लोग पानी इस्तेमाल कर रहे थे उसी से बीमारियां खड़ी होती जा रही थी। आने वाले 30 साल के लिए इटावा शहर के लोगों को पीने के पानी के संकट से पूरी तरह निजात मिलने की योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। अगर सब कुछ ठीक चलता रहा तो पानी के लिए ना नगरपालिका को घेरने की जरूरत होगी और न नलों पर लंबी-लंबी कतार में लगना होगा। मुख्यमंत्री की यह पेयजल योजना साल 2044 की इटावा की आबादी को मद्देनज़र रखते हुए बनाई गई है। इस योजना पर करीब सवा अरब की लागत से पेयजल जल सप्लाई के लिए काम शुरू हो गया है।
पेयजल योजना को जोनवार ढंग से तैयार किया गया है। इस योजना में 64 करोड़ रुपए से कुल 259 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। 31 करोड़ रुपए से 17 पानी की टंकियां और 10 करोड़ रुपये से 23 पंप हाउस बनेंगे। खास बात यह कि मौजूदा समय में इटावा शहर की आबादी 3,48,919 है, जबकि योजना 12,12,629 आबादी के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। योजना कुल 13 जोन निर्धारित किए गए हैं। इनमें लाइन पार के तीन और शहरी क्षेत्र के 10 जोन शामिल हैं। एक जोन में कई मुहल्ले शामिल हैं। भौगोलिक स्थिति को देखते हुए कुछ जोन बड़े तो कुछ छोटे हैं। हरेक जोन के लिए पेयजल सप्लाई अलग होगी। उस जोन के अपने पंप हाउस और पानी की टंकियां होंगी। इससे वाटर सप्लाई के प्रेशर को लेकर समस्या नहीं रहेगी।
जोन नंबर एक बनाया है शांती कालोनी लाइन पार क्षेत्र जिसकी वर्तमान आबादी है 53522 है और साल 2044 में यह आबादी 140567 होने का अनुमान लगाया गया है। यहां 2100 किलोलीटर का ओवर हैंड टैंक और तीन पंप हाउस बनेंगे। खास बात यह कि इस जोन में क्लीयर वाटर रिजर्व वायर (सीडब्ल्यूआर) यानी ज़मीन के अंदर पानी स्टोर किया जाएगा। इसी से पंप के जरिए टंकी भरी जाएगी। समूचे जोन में 32.28 किमी लंबी पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी। यहां पहले से 1500 किलोलीटर की टंकी और तीन ट्यूबवेल लगे हैं। इन्हें भी इस नई योजना से संबद्ध किया जाएगा। जोन नंबर दो बनाया गया है फ्रेंडस कालोनी लाइन पार क्षेत्र को, जिसकी वर्तमान में आबादी है 50351 है और साल 2044 तक 280033 होने का अनुमान आंका जा रहा है। यहां 1150 किलोलीटर की टंकी और दो पंप हाउस बनेंगे। 31.43 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। यहां पहले से 1900 किलोलीटर की टंकी और तीन ट्यूबवेल लगे हैं। इस जोन में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता डा.रामगोपाल यादव, मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई राजपाल सिंह यादव और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता यादव, मुलायम सिंह यादव के बहनोई अंजट सिंह यादव, पूर्व सांसद रामसिंह शाक्य, आयुष विभाग के चेयरमैन के.पी.सिंह चौहान जैसे प्रमुख लोगों के आशियाने के अलावा लोहिया ट्रस्ट भी बने हुए हैं।
जोन नंबर तीन बनाया है अशोक नगर लाइन पार क्षेत्र को, जिसकी वर्तमान आबादी है 29859 और 2044 तक आबादी के 360094 होने का आंकलन किया जा रहा है। यहां 1800 किलोलीटर का टंकी व तीन पंप हाउस बनेंगे। 26.9 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। यहां पहले से 600 किलोलीटर की एक टंकी और एक ट्यूबवेल है। इस इलाके में पूर्व विधायक अशोक दुबे का आवास है। जोन नंबर चार बनाया है दीप टाकीज शहरी क्षेत्र को, जिसकी वर्तमान आबादी है 35191 है और 2044 साल तक 63956 होने का अनुमान लगाया गया है। यहां 1600 किलोलीटर की टंकी व एक पंप हाउस बनेगा। 22.73 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। यहां पहले से 1500 किलोलीटर व 1200 किलोलीटर की दो टंकियां व एक ट्यूबवेल मौजूद हैं।
जोन नंबर पांच बनाया गया है जीआईसी। जिसकी मौजूदा समय में आबादी 34559 है और साल 2044 तक यह आबादी अनुमानित 62810 हो जाएगी। यहां 2100 किलोलीटर व 1650 किलोलीटर की दो टंकियां व दो पंप हाउस बनेंगे। 13.02 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेंगी। यहां पहले से 450 किलोलीटर की टंकी और 5 ट्यूबवेल स्थापित हैं। जोन नंबर छह बनाया है सिविल लाइन को, जिसकी मौजूदा आबादी है 38719 और 2044 तक आबादी का भार बढ़ कर हो जाएगा 50380। यहां 2000 किलोलीटर व 1175 किलोलीटर की दो टंकियां और दो पंप हाउस बनाए जाएंगे। 34.51 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। यहां पहले से 225 किलोलीटर की टंकी और तीन ट्यूबवेल हैं। इस जोन में समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव, पूर्व मंत्री श्रीमती सुखदा मिश्रा, पूर्व विधायक रवींद्र सिंह चौहान के आशियाने हैं।
जोन नंबर सात बनाया गया है पक्का तालाब, जिसकी फिलहाल आबादी है 35852। जो साल 2044 तक बढ़कर हो जाएगी 65160। यहां 2000 किलोलीटर व 1250 किलोलीटर की दो टंकियां और एक पंप हाउस बनेगा। 18.3 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। जबकि इस जोन में पहले से 1100 किलोलीटर की टंकी और 6 ट्यूबवेल लगे हैं। जोन नंबर आठ रखा गया है नगर पालिका परिषद। जिसकी मौजूदा आबादी 17098 और साल 2044 तक हो जाएगी 31075। इस जोन में 1850 किलोलीटर की टंकी व एक पंप हाउस बनाया जाना है। कुल 15.9 किमी लंबी पाइपलाइन बिछाई जानी है। यहां पहले से 225 किलोलीटर की एक टंकी और 3 ट्यूबवेल स्थापित हैं। जोन नंबर नौ बनाया गया है साबितगंज। इस जोन में 2000 किलोलीटर की एक टंकी व 3 पंप हाउस बनेंगे। 7.93 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। यहां पहले से 1500 किलोलीटर की टंकी व तीन ट्यूबवेल लगे हैं।
जोन नंबर दस बनाया है गाडीखाना। जिसकी वर्तमान आबादी है 27805 और साल 2044 तक 50534 होने का आंकलन है। इस जोन में 1900 किलोलीटर की टंकी व 2 पंप हाउस स्थापित होंगे। 14.95 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। पहले से यहां 1500 किलो लीटर की टंकी व 4 ट्यूबवेल लगे हैं। जोन नंबर ग्यारह बनाया गया है शाहग्रान। जिसकी मौजूदा आबादी 12994 और साल 2044 तक 23617 तक होने का अनुमान है। इस जोन में 1600 किलोलीटर की एक टंकी व दो पंप हाउसों का निर्माण होगा। कुल 4.62 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। इस जोन में पहले से कोई ओवर हेड टैंक नहीं है। सिर्फ एक ट्यूबवेल लगा है।
जोन नंबर बारह बनाया है छिपैटी। जिसकी वर्तमान आबादी है 9675 और साल 2044 में इस आबादी के बढ़कर 17583 होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इन जोन में अपेक्षाकृत कम मोहल्ले हैं। यहां 1200 किलोलीटर की टंकी और एक पंप हाउस बनेगा। 5.9 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएंगी। यहां पहले से कोई टंकी नहीं है। सिर्फ एक ट्यूबवेल है। इसीलिए यहां पेयजल किल्लत है। स्थापित ट्यूबवेल से पानी भी साफ नहीं आता है। आखिर और तेरहवां जोन बनाया गया है शहर का करनपुरा। यहां की मौजूदा आबादी है 7787 और 2044 साल तक आबादी 14153 होने का अनुमान है। पुराना शहर के करनपुरा मोहल्ला की असमतल स्थिति के चलते इसमें ज्यादा मोहल्ले नहीं जोड़े गए हैं। यहां 950 किलोलीटर की सिर्फ एक टंकी बनेगी। कोई नया पंप हाउस नहीं बनेगा। 3.97 किमी लंबी पाइप लाइन भी बिछेगी। यहां पहले से कोई टंकी नहीं है। महज एक ट्यूबवेल स्थापित है।
इटावा के जलनिगम के निर्माण इकाई के अधिषाशी अभियंता वीपी सिंह का कहना है कि इटावा शहर में पाइप लाइन बिछाने का कार्य जारी है। ओवरहेड टैंक के लिए जगह चिह्नित की जा रही है। तेजी से योजनागत कार्य पूर्ण कराए जाएंगे। योजना के पूर्ण होने पर शहर की पेयजल समस्या दूर हो जाएगी। इसे वर्ष 2044 की अनुमानित आबादी को दृष्टिगत रखते हुए तैयार किया गया है।
इटावा के ख्यातिलब्ध चिकित्सक डा.एम.एम.पालीवाल का कहना है कि मुख्यमंत्री जी के स्तर पर इटावावासियों को पानी के संदर्भ में जो दूरीगामी योजना हासिल हुई है जाहिर है इस योजना का लाभ आम इंसान को मिल सकेगा। साफ पानी मिलने से लोग बीमारी से भी दूर रहेंगे इसके लिए मुख्यमंत्री जी हकीक़त में बधाई के पात्र हैं। नगर पालिका परिषद के चेयरमैन कुलदीप गुप्ता संटू का कहना है कि इटावा के लिए मिली यह योजना साफ पानी के मद्देनज़र बेहद महत्वपूर्ण है इस योजना से लोगों को बड़े स्तर पर लाभ हासिल होगा। ऐसा कहा जा रहा है कि इटावा में एक समय में यमुना नदी के प्रदूषण को मुक्त करने के लिए यमुना एक्शन प्लान की शुरूआत कराई गई थी इस प्लान में आई तकनीकी ख़राबी ने बड़े स्तर पर इटावा के एक इलाके की ज़मीन के पानी को दूषित कर दिया इसी कारण उस इलाके में हैंडपंपों का भी पानी पीने योग्य तो बचा ही नहीं और हैंडपंप पानी के लिए इस्तेमाल ना करने से भी हैंडपंप पूरी तरह से निष्क्रय हो गए हैं लेकिन लोग पानी इस्तेमाल कर रहे थे उसी से बीमारियां खड़ी होती जा रही थी। आने वाले 30 साल के लिए इटावा शहर के लोगों को पीने के पानी के संकट से पूरी तरह निजात मिलने की योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। अगर सब कुछ ठीक चलता रहा तो पानी के लिए ना नगरपालिका को घेरने की जरूरत होगी और न नलों पर लंबी-लंबी कतार में लगना होगा। मुख्यमंत्री की यह पेयजल योजना साल 2044 की इटावा की आबादी को मद्देनज़र रखते हुए बनाई गई है। इस योजना पर करीब सवा अरब की लागत से पेयजल जल सप्लाई के लिए काम शुरू हो गया है।
पेयजल योजना को जोनवार ढंग से तैयार किया गया है। इस योजना में 64 करोड़ रुपए से कुल 259 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। 31 करोड़ रुपए से 17 पानी की टंकियां और 10 करोड़ रुपये से 23 पंप हाउस बनेंगे। खास बात यह कि मौजूदा समय में इटावा शहर की आबादी 3,48,919 है, जबकि योजना 12,12,629 आबादी के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। योजना कुल 13 जोन निर्धारित किए गए हैं। इनमें लाइन पार के तीन और शहरी क्षेत्र के 10 जोन शामिल हैं। एक जोन में कई मुहल्ले शामिल हैं। भौगोलिक स्थिति को देखते हुए कुछ जोन बड़े तो कुछ छोटे हैं। हरेक जोन के लिए पेयजल सप्लाई अलग होगी। उस जोन के अपने पंप हाउस और पानी की टंकियां होंगी। इससे वाटर सप्लाई के प्रेशर को लेकर समस्या नहीं रहेगी।
जोन नंबर एक बनाया है शांती कालोनी लाइन पार क्षेत्र जिसकी वर्तमान आबादी है 53522 है और साल 2044 में यह आबादी 140567 होने का अनुमान लगाया गया है। यहां 2100 किलोलीटर का ओवर हैंड टैंक और तीन पंप हाउस बनेंगे। खास बात यह कि इस जोन में क्लीयर वाटर रिजर्व वायर (सीडब्ल्यूआर) यानी ज़मीन के अंदर पानी स्टोर किया जाएगा। इसी से पंप के जरिए टंकी भरी जाएगी। समूचे जोन में 32.28 किमी लंबी पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी। यहां पहले से 1500 किलोलीटर की टंकी और तीन ट्यूबवेल लगे हैं। इन्हें भी इस नई योजना से संबद्ध किया जाएगा। जोन नंबर दो बनाया गया है फ्रेंडस कालोनी लाइन पार क्षेत्र को, जिसकी वर्तमान में आबादी है 50351 है और साल 2044 तक 280033 होने का अनुमान आंका जा रहा है। यहां 1150 किलोलीटर की टंकी और दो पंप हाउस बनेंगे। 31.43 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। यहां पहले से 1900 किलोलीटर की टंकी और तीन ट्यूबवेल लगे हैं। इस जोन में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता डा.रामगोपाल यादव, मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई राजपाल सिंह यादव और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता यादव, मुलायम सिंह यादव के बहनोई अंजट सिंह यादव, पूर्व सांसद रामसिंह शाक्य, आयुष विभाग के चेयरमैन के.पी.सिंह चौहान जैसे प्रमुख लोगों के आशियाने के अलावा लोहिया ट्रस्ट भी बने हुए हैं।
जोन नंबर तीन बनाया है अशोक नगर लाइन पार क्षेत्र को, जिसकी वर्तमान आबादी है 29859 और 2044 तक आबादी के 360094 होने का आंकलन किया जा रहा है। यहां 1800 किलोलीटर का टंकी व तीन पंप हाउस बनेंगे। 26.9 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। यहां पहले से 600 किलोलीटर की एक टंकी और एक ट्यूबवेल है। इस इलाके में पूर्व विधायक अशोक दुबे का आवास है। जोन नंबर चार बनाया है दीप टाकीज शहरी क्षेत्र को, जिसकी वर्तमान आबादी है 35191 है और 2044 साल तक 63956 होने का अनुमान लगाया गया है। यहां 1600 किलोलीटर की टंकी व एक पंप हाउस बनेगा। 22.73 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। यहां पहले से 1500 किलोलीटर व 1200 किलोलीटर की दो टंकियां व एक ट्यूबवेल मौजूद हैं।
जोन नंबर पांच बनाया गया है जीआईसी। जिसकी मौजूदा समय में आबादी 34559 है और साल 2044 तक यह आबादी अनुमानित 62810 हो जाएगी। यहां 2100 किलोलीटर व 1650 किलोलीटर की दो टंकियां व दो पंप हाउस बनेंगे। 13.02 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेंगी। यहां पहले से 450 किलोलीटर की टंकी और 5 ट्यूबवेल स्थापित हैं। जोन नंबर छह बनाया है सिविल लाइन को, जिसकी मौजूदा आबादी है 38719 और 2044 तक आबादी का भार बढ़ कर हो जाएगा 50380। यहां 2000 किलोलीटर व 1175 किलोलीटर की दो टंकियां और दो पंप हाउस बनाए जाएंगे। 34.51 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। यहां पहले से 225 किलोलीटर की टंकी और तीन ट्यूबवेल हैं। इस जोन में समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव, पूर्व मंत्री श्रीमती सुखदा मिश्रा, पूर्व विधायक रवींद्र सिंह चौहान के आशियाने हैं।
जोन नंबर सात बनाया गया है पक्का तालाब, जिसकी फिलहाल आबादी है 35852। जो साल 2044 तक बढ़कर हो जाएगी 65160। यहां 2000 किलोलीटर व 1250 किलोलीटर की दो टंकियां और एक पंप हाउस बनेगा। 18.3 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। जबकि इस जोन में पहले से 1100 किलोलीटर की टंकी और 6 ट्यूबवेल लगे हैं। जोन नंबर आठ रखा गया है नगर पालिका परिषद। जिसकी मौजूदा आबादी 17098 और साल 2044 तक हो जाएगी 31075। इस जोन में 1850 किलोलीटर की टंकी व एक पंप हाउस बनाया जाना है। कुल 15.9 किमी लंबी पाइपलाइन बिछाई जानी है। यहां पहले से 225 किलोलीटर की एक टंकी और 3 ट्यूबवेल स्थापित हैं। जोन नंबर नौ बनाया गया है साबितगंज। इस जोन में 2000 किलोलीटर की एक टंकी व 3 पंप हाउस बनेंगे। 7.93 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। यहां पहले से 1500 किलोलीटर की टंकी व तीन ट्यूबवेल लगे हैं।
जोन नंबर दस बनाया है गाडीखाना। जिसकी वर्तमान आबादी है 27805 और साल 2044 तक 50534 होने का आंकलन है। इस जोन में 1900 किलोलीटर की टंकी व 2 पंप हाउस स्थापित होंगे। 14.95 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। पहले से यहां 1500 किलो लीटर की टंकी व 4 ट्यूबवेल लगे हैं। जोन नंबर ग्यारह बनाया गया है शाहग्रान। जिसकी मौजूदा आबादी 12994 और साल 2044 तक 23617 तक होने का अनुमान है। इस जोन में 1600 किलोलीटर की एक टंकी व दो पंप हाउसों का निर्माण होगा। कुल 4.62 किमी लंबी पाइप लाइन बिछेगी। इस जोन में पहले से कोई ओवर हेड टैंक नहीं है। सिर्फ एक ट्यूबवेल लगा है।
जोन नंबर बारह बनाया है छिपैटी। जिसकी वर्तमान आबादी है 9675 और साल 2044 में इस आबादी के बढ़कर 17583 होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इन जोन में अपेक्षाकृत कम मोहल्ले हैं। यहां 1200 किलोलीटर की टंकी और एक पंप हाउस बनेगा। 5.9 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएंगी। यहां पहले से कोई टंकी नहीं है। सिर्फ एक ट्यूबवेल है। इसीलिए यहां पेयजल किल्लत है। स्थापित ट्यूबवेल से पानी भी साफ नहीं आता है। आखिर और तेरहवां जोन बनाया गया है शहर का करनपुरा। यहां की मौजूदा आबादी है 7787 और 2044 साल तक आबादी 14153 होने का अनुमान है। पुराना शहर के करनपुरा मोहल्ला की असमतल स्थिति के चलते इसमें ज्यादा मोहल्ले नहीं जोड़े गए हैं। यहां 950 किलोलीटर की सिर्फ एक टंकी बनेगी। कोई नया पंप हाउस नहीं बनेगा। 3.97 किमी लंबी पाइप लाइन भी बिछेगी। यहां पहले से कोई टंकी नहीं है। महज एक ट्यूबवेल स्थापित है।
इटावा के जलनिगम के निर्माण इकाई के अधिषाशी अभियंता वीपी सिंह का कहना है कि इटावा शहर में पाइप लाइन बिछाने का कार्य जारी है। ओवरहेड टैंक के लिए जगह चिह्नित की जा रही है। तेजी से योजनागत कार्य पूर्ण कराए जाएंगे। योजना के पूर्ण होने पर शहर की पेयजल समस्या दूर हो जाएगी। इसे वर्ष 2044 की अनुमानित आबादी को दृष्टिगत रखते हुए तैयार किया गया है।