अपसरण (Divergence)

Submitted by admin on Tue, 12/29/2009 - 12:17
वायु के किसी क्षेत्र से बाहर की ओर बहने की क्रिया। इसके फलस्वरुप वायु ऊपर से नीचे की ओर गति करने लगती है। नीचे आने वाली वायु आमतौर से कोष्ण और सूखी होती है। इससे प्रतिलोमन हो जाता है अर्थात ठंडी और भारी वायु की परत गर्म और हल्की वायु की परत के ऊपर स्थित हो जाती है।

अपसरण की क्रिया आमतौर से पहाड़ियों पर अथवा ऊंचे स्थानों पर होती है और इससे साधारणतः मौसम “स्थिर” हो जाता है।