उत्तरी एवं दक्षिणी दोनों गोलार्धों में पछुवा तथा व्यापारिक पवनों की पेटियों के मध्य पायी जाने वाली उपोष्ण कटिबंधीय उच्चदाब पेटी जो सामान्यतः 300 से 350 अक्षांशों के मध्य स्थित होती है। मौसमी परिवर्तन के कारण यह पेटी सूर्य के साथ उत्तर या दक्षिण की ओर कुछ खिसकती रहती है। इस पेटी में प्रतिचक्रवातीय दशाएं पायी जाती हैं जिससे वायुमंडल में स्थिरता आ जाती है और पवन संचार अत्यंत मंद हो जाता है। प्राचीनकाल में जब घोड़े से लदे हुए पाल से चलने वाले जलयान इस पेटी में प्रवेश करते थे, शांत तथा अनिश्चित दिशा वाली पवनों के कारण उनके संचालन में कठिनाइयाँ उपस्थित होती थीं और जलयान को हल्का करने के लिए कुछ घोड़ों (अश्वों) को सागर में फेंकना पड़ता था। इसी कारण से इस पेटी को ‘अश्व अक्षांश’ कहा जाने लगा।
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Horse latitude in Hindi (हार्स अक्षांस)
दोनों गोलार्द्धों में व्यापारिक तथा पछुआ हवाओं के बीच स्थित वायुमंडलीय उच्चदाब की उपोष्ण पट्टियां (30 उ. – 35 उ. और 30 द. 35 द. अक्षांशों के मध्य) जो सूर्य की स्थिति के अनुसार उत्तर और दक्षिण की ओर खिसकती रहती हैं। ये वास्तव में प्रशांत एवं सापेक्षतः हल्की परिवर्तनशील शुष्क पवनों एवं स्थायी मौसमी दशाओं का प्रदेश है, जहां पर वायु ऊपर से नीचे उतरती है तथा प्रतिचक्रवातीय दशाएँ उत्पन्न करती हैं।