बाहे क्यों न असाढ़ यक बार

Submitted by Hindi on Mon, 03/22/2010 - 16:04
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घाघ और भड्डरी

बाहे क्यों न असाढ़ यक बार।
अब क्यों बाहे बारम्बार।।


भावार्थ- यदि गेहूँ बोने वाले खेत को आषाढ़ मास में एक बार नहीं जोता तो बोते समय कई बार जोतने से कोई फायदा नहीं होता है।