सर्क, हिमज गह्लरः
किसी पर्वत पार्श्व में ऊँचाइयों पर निर्मित एक अर्ध कटोरे आकार का, प्रवण भित्तियों वाला गर्त हिमनद-अपरदन की क्रिया से बनता है।
लगभग खड़े पार्श्वों वाला एक गोल गहरा गर्त, जिसका निर्माण हिमानी द्वारा अपरदन से होता है और जो विशेषतौर पर हिमनदित प्रदेशों में पाया जाता है। इसके अनेक नाम हैं, जैसे कोरी, सी.डब्लू.एम.कॉम्बे।