दूसरी ग्लोबल बर्ड वॉचर्स कांफ्रेंस

Submitted by Hindi on Tue, 01/10/2012 - 10:55
Source
दैनिक भास्कर ईपेपर, 10 जनवरी 2012

19-22 जनवरी, 2012 गांधीनगर


गुजरात तेजी से इको-टूरिज्म गंतव्य के रुप में उभर रहा है जहाँ प्राचीन एवं अभी तक अज्ञात गंतव्यों की ऐसी विस्तृत रेंज मौजूद है जो प्रकृति प्रेमियों के लिए उत्सुकता का विषय है। गुजरात अतिथि सत्कार के लिए भी जाना जाता है जहाँ के निवासी बेहद मिलनसार होते हैं। यहां का वातावरण इतना मनोरम है कि प्रकृति के खूबसूरत फरिश्ते-पक्षी यहाँ की सुरम्यता को भांप कर दूरदराज के स्थानों से यहाँ आते हैं। राज्य में इस समय 520 से ज्यादा पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं जो दशकों से इन मनमोहक परिदों को आकर्षित करता रहा है।

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स, ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की पार्टनरशिप में गुजरात पर्यटन गांधीनगर, गुजरात, भारत में 19 से 22 जनवरी, 2012 तक सेकेंड ग्लोबल वर्ड वॉचर्स कांफ्रेंस आयोजित कर रहे हैं।

सेकंड ग्लोबल बर्ड वॉचर्स कांफ्रेंस गुजरात की इस खूबी को बयान करने की एक कोशिश है और इसी के साथ आधुनिक दुनिया में प्रकृति के इस अनमोल उपहार पर मंडराते खतरों से इन्हें संरक्षित करने के उपाय भी बतलाए जाएंगे।

खिजादिया, जामनगर के निकट, गुजरात के वेटलैंड में नवम्बर, 2010 में आयोजित ग्लोबल बर्ड वॉचर्स कांफ्रेंस के पहले एडिशन की अभूतपूर्व सफलता से प्रोत्साहित होकर गांधीनगर में दूसरी कांफ्रेंस आयोजित करने का फैसला लिया गया है। इससे प्रतिनिधिमंडलों को राज्य के अन्य आकर्षणों के साथ गुजरात की एक विश्व स्तर की बर्ड वॉचिंग लोकेशन के रूप में छानबीन करने का मौका मिलेगा।

यह कांफ्रेंस ऐसे समय आयोजित कि जा रही है जब अधिकतम संख्या में प्रवासी पक्षी गुजरात का भ्रमण करेंगे। इस कांफ्रेंस में दुनिया भर से लगभग 500 बर्ड वॉचर्स, पक्षी विशेषज्ञों, यात्रा-लेखकों, फोटोग्राफरों, दूर ऑपरेटरों, शोधकर्ताओं एवं शिक्षाविदों के भाग लेने की उम्मीद है। इस अवधि में अतिथियों के लिए सेशन, पैनल चर्चाएं एवं विजिट होंगी।

मुख्य लक्ष्य है कि गुजरात को एक विशेष बर्ड वॉचिंग गंतव्य के रूप में प्रोत्साहन देना। कांफ्रेंस में पर्यटन के विकास द्वारा गुजरात को एक प्रमुख पर्यटक एवं प्राकृतिक सौंदर्य स्थल के रुप में स्थापित करने पर चर्चा की जाएगी। इसके लिए प्रख्यात राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों को गुजरात ट्रेवल मीडिया व ट्रेवल राइटर्स की मौजूदगी इस कांफ्रेंस को सफल बनाने में सहायक होगी।

सभी लोकेशन संबंधित एवं कांफ्रेंस संबंधित विवरण प्रदान करने के लिए वेबसाइट www.gbwc.org निर्मित की गई है। वेबसाइट के जरिए पंजीयन किया जाना है। कांफ्रेंस का पहला दिन उद्घाटन सत्र होगा, दूसरा व तीसरा दिन निम्नानुसार फील्ड ट्रिप के लिए निर्धारित है।

1.अहमदाबाद – नलसरोवर – लिटिल रन ऑफ कच्छ (बाजाना) – थोल – अहमदाबाद (बाजाना में ओवरनाइट)
2.अहमदाबाद – भावनगर कोस्टल वेटलैंड्स – वेलावदार – अहमदाबाद (भावनगर में ओवरनाइट)
3.अहमदाबाद – तारापुर वेटलैंड – खम्बात – अहमदाबाद (खम्बात में ओवरनाइट)

अंतिम चौथे दिन फील्ड ट्रिप के अनुभवों को बाटने और पक्षियों से जुड़े रोचक विषयों पर चर्चा करने में गुजरेगा।

गुजरात राज्य इको-सिस्टम की विविधता के लिए जाना जाता हैं, यहां पर पक्षियों की अनेक एवं विविध प्रजातियां पाई जाती हैं। सर्दी के मौसम में दक्षिण की ओर प्रवास करने वाले लाखों पक्षी गुजरात के दलदली क्षेत्रों में एक मनोरम दृश्य निर्मित करते हैं। इन खूबसूरत पक्षियों को पक्षी बड़े चाव से देखते हैं। मैं इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुनिया भर से वर्ड वॉचर्स को आमंत्रित करता हूँ जिससे कि वे खुद गुजरात के समृद्ध पक्षी जीवन को देख सकें। आपकी भागीदारी से यह सम्मेलन सफल होगा और इसे भारत में एक वार्षिक बर्ड वॉचिंग कांफ्रेंस के रुप में स्थापित करना आसान हो जाएगा।

जय नारायण व्यास, पर्यटन मंत्री, गुजरात स्टेट