ढिलमिल बेंट कुदारी

Submitted by Hindi on Thu, 03/25/2010 - 09:54
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घाघ और भड्डरी

ढिलमिल बेंट कुदारी, हँसि के बोलै नारी।
हँसि के माँगै दामा, तीनो काम निकामा।।


भावार्थ- यदि कुदाल की बेंट ढीली हो, स्त्री हँस-हँस कर बात कर रही हो और व्यक्ति हँस कर दाम माँग रहा हो तो तीनों अच्छे नहीं होते ।