एक बार फिर पानी-पानी हुई मुंबई

Submitted by Hindi on Thu, 09/21/2017 - 11:32
Source
दैनिक भास्कर, 21 सितम्बर 2017

बहरहाल इतिहास हमेशा दोहराया नहीं जाता, नया भी लिखा जाता है। 19 सितम्बर की शाम मुंबई की बारिश ने इस लिहाज से नया इतिहास लिख दिया कि पहली तबाही के सिर्फ 20 दिनों बाद वह एक बार फिर अपने उसी हाहाकारी रूप में लौटी जिस रूप से 20 दिन पहले मुंबई-वासियों को रुलाया था। लगातार भारी बारिश ने एक बार फिर मुंबई को पानी-पानी कर दिया है। इस बार इसके तांडव का ज्यादातर शिकार उपनगर हुए हैं

मौसम का ऐसा पलटवार, मुंबई के तजुर्बे में अब तक नहीं था, जैसा उसे पिछले 48 घंटों से झेलना पड़ रहा है। इसी गुजरे 28-29 अगस्त को मुंबई ने करीब 30 घंटे तक बारिश के तांडव का सामना किया था, लेकिन इस सबसे उबरकर मुंबई अब अपनी तेज रफ्तार में भागने लगी थी। किसी को भी आशंका नहीं थी कि गणपति बप्पा के जाने के बाद भी बारिश चकमा देकर लौट सकती है। लेकिन हकीकत में ऐसा ही हुआ। बारिश न केवल फिर से तबाही के घोड़े पर सवार होकर लौटी, बल्कि एक बार फिर शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया। हमारे तमाम इंतजामिया दावों की महज 20 दिनों के भीतर एक बार फिर कलई खुल गई। बीएमसी से लेकर आम मुंबईकर यही मानकर चल रहे थे कि अब इस सीजन में बारिश नहीं लौटेगी और लौटेगी भी तो कम से कम इस रूप में तो कतई नहीं, जैसी 19 सितम्बर की उतरती शाम को लौटी।

बहरहाल इतिहास हमेशा दोहराया नहीं जाता, नया भी लिखा जाता है। 19 सितम्बर की शाम मुंबई की बारिश ने इस लिहाज से नया इतिहास लिख दिया कि पहली तबाही के सिर्फ 20 दिनों बाद वह एक बार फिर अपने उसी हाहाकारी रूप में लौटी जिस रूप से 20 दिन पहले मुंबई-वासियों को रुलाया था। लगातार भारी बारिश ने एक बार फिर मुंबई को पानी-पानी कर दिया है। इस बार इसके तांडव का ज्यादातर शिकार उपनगर हुए हैं, लेकिन पानी का खतरनाक भराव तो हमेशा की तरह शहर के निचले इलाकों से ही शुरू हुआ है। हमेशा की तरह भारत मौसम विज्ञान विभाग इस बार भी तब जगा है, जब बादल अपना काम शुरू ही नहीं कर चुकेे थे, बल्कि आधा नहीं तो एक तिहाई खत्म कर चुके थे। ये पंक्तियाँ लिखे जाने तक चैनलों में आईएमडी की चेतावनी फ्लैश हो रही है कि मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों में अगले 48 घंटे तक भारी और कहीं-कहीं बहुत भारी वर्षा होेने की सम्भावना है।

पिछले 24 घंटो में मुंबई के कई इलाकों मसलन बोरिवली, कांदिवली, अंधेरी, भांडुप, भायंदर, बसई, विरार और दक्षिणी मुंबई में तेज बारिश हो रही है। कोलाबा, परेल, दादर, खार और सांताक्रुज में भारी बारिश हुई है। पहले 10-12 घंटे तक तो मुंबई की लाइफलाइन लोकल ट्रेन, ट्रैफिक और हवाई यातायात पर किसी प्रकार की बाधा नहीं थी, लेकिन 20 सितम्बर की दोपहर तक लोकल तमाम जगहों पर थम चुकी थी और अफरा-तफरी शुरू हो गई थी। हालाँकि हमेशा की तरह बीएमसी और दूसरी स्थानीय निकाय कह रहे थे कि वे हर तरह की समस्या से लड़ने के लिये पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन मुंबई और उपनगरीय इलाकों के लोग जानते हैं कि इन दावों का रिश्ता सिर्फ मनोबल बढ़ाने तक सीमित है।

मुंबई में आईएमडी उपमहानिदेशक केएस होसलीकर के मुताबिक मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों के आसमान में घने बादल हैं और उत्तर की तरफ हवा बह रही है। मतलब कि बादल अरब सागर के तट पर झूमकर बरसने के लिये पूरे लाव लश्कर के साथ आये हैं। वैसे कुछ विदेशी वेबसाइटों ने गुजरे रविवार को भारी बारिश की आशंका जताई थी, लेकिन रविवार बूँदाबाँदी से ही निपट गया, तो लगा कि चेतावनियाँ अपनी जगह हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि बारिश अब बुढ़ा चली है। मगर यह सोच गलत साबित हुई। सोमवार की रात और मंगल की दोपहर तमाम जगहों में मूसलाधार बारिश होने लगी। जिस कारण सबसे पहले कुर्ला इलाके में पानी भर गया। इस इलाके में वाहनों की आवाजाही ठप्प हो गई। कुछ देर बाद छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद कर दिया गया। वहीं बीएमसी ने 12 घंटे पहले ही डींग हांकी थी कि इस बार वह पूरी तरह से तैयार है, लेकिन एयरपोर्ट जैसी जगह में पानी भर गया, जिससे पता चला कि बीएमसी कितनी तैयार थी। बहरहाल मुंबई में एक बार फिर जबरदस्त बारिश ने दस्तक दी है। 19 सितम्बर को हुई बारिश के चलते शहर के सभी स्कूलों-कॉलेजों में छुट्टी हो गई।

बुधवार सुबह आखिर वह समय आ गया जब बारिश की वजह से मुंबई लोकल की सेंट्रल लाइन पर ट्रेनों का आवागमन भी बंद हो गया। वेस्टर्न लाइन पर भी लोकल कुछ देरी से चलने लगीं। मुंबई जाने वाली तमाम लंबी दूरी की ट्रेनों को रद्द कर दिया गया और कइयों के रूट बदले गये। निकाय प्रशासन और अन्य एजेंसियों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार रहने को कहा गया है। 29 अगस्त को मुंबई में महज 24 घंटे के अंदर 331 मिमी. की ज़ोरदार बारिश हुई थी। हालाँकि हो सकता है इस बार कितनी न हो फिर भी बुधवार को एहतियातन 56 विमानों को गोवा, बंगलुरु, दिल्ली और हैदराबाद डायवर्ट कर दिया गया। इसके अलावा वेस्टर्न रेलवे समेत मध्य रेलवे की 11 ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया, जबकि 2 सेंट्रल रेलवे की ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। बीएमसी डिजास्टर कंट्रोल रूम के जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों में यानी 19 सितम्बर की सुबह से लेकर 20 सितम्बर की सुबह तक मुंबई के कुलावा में 191.1 एमएम और सांताक्रुज में 275.7 एमएम बारिश हो चुकी थी।