Source
काव्य संचय- (कविता नदी)
एक सूखी नदी
दूसरे वर्ष भी सूखी रही
तो रेत के बहुत नीचे
वह और सूक जाएगी,
सूखी नदी के नीचे
सूखी नदी की परतें हैं।
कई वर्षोंसे ऐसी सूखी नदी के
किनारे के गाँव में
जैसे अंततः रहता हुआ
गाँव का सबसे बूढ़ा आदमी
नदी की रेत की तह से
आखिरी में ढूँढ़ लेगा
एक पारदर्शी फॉसिल शिला
जिसमें चिन्हित होगी
नदी की वनस्पति
नदी की मछली
जीव, घोंघे
और शिला में बंद
एक बूँद पानी
जिसकी आयु करोड़ों वर्ष होगी-
सबसे बूढ़े आदमी के प्राणों में
धान का एक बीज सुरक्षित है।
दूसरे वर्ष भी सूखी रही
तो रेत के बहुत नीचे
वह और सूक जाएगी,
सूखी नदी के नीचे
सूखी नदी की परतें हैं।
कई वर्षोंसे ऐसी सूखी नदी के
किनारे के गाँव में
जैसे अंततः रहता हुआ
गाँव का सबसे बूढ़ा आदमी
नदी की रेत की तह से
आखिरी में ढूँढ़ लेगा
एक पारदर्शी फॉसिल शिला
जिसमें चिन्हित होगी
नदी की वनस्पति
नदी की मछली
जीव, घोंघे
और शिला में बंद
एक बूँद पानी
जिसकी आयु करोड़ों वर्ष होगी-
सबसे बूढ़े आदमी के प्राणों में
धान का एक बीज सुरक्षित है।