नदी के कुछ अदृश्य खँडहर हैं जलवाष्प

Submitted by admin on Wed, 10/02/2013 - 16:26
Source
काव्य संचय- (कविता नदी)
नदी के कुछ अदृश्य खँडहर हैं जलवाष्प
इतिहास की नदी हैं, गंगा, ब्रह्मपुत्र, जमुना, व्यास
एक मनुष्य नदी में स्नान करता है
यह सभ्यता है
नदी के किनारे एक स्त्री कपड़े धोती है
यह सभ्यता है
एक मृत लड़का नदी में
संस्कार की तरह
प्रवाहित होता है
बरसात नदी के खँडहर का दृश्य है
जहाँ नदी नहीं है
बरसात में भीगना पर्यटन है।
‘सब कुछ होना बचा रहेगा’ संग्रह में संकलित