पिछले तीन दिनों से सीवरेज पंपिंग स्टेशनों पर अपग्रेडेशन कार्य शुरू होने के कारण हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड में शहर के सीवरेज का पानी छोड़ा जा रहा है। चारधाम यात्रा के दौरान अधिकांश तीर्थयात्री गंगा में डुबकी लगाने के बाद ही यात्रा पर निकलते हैं। सीवर का पानी छोड़ने से लोगों में आक्रोश फैल गया है।
अपग्रेडेशन का काम होने के कारण 26 मई तक सीवर का पानी गंगा में ही छोड़ा जाएगा। यांत्रिक निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई गंगा के परियोजना अभियंता आरके जैन का कहना है कि इसके अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। भीमगौड़ा और भूपतवाला सीवरेज पंपिग स्टेशनों पर 20 मई से अपग्रेडेशन का कार्य चल रहा है। यह काम 26 मई तक चलेगा। इस दौरान नमामि गंगे योजना के तहत बड़ी सीवर लाइन बिछाई गई है। लाइन बिछाने के बाद अब दो पंपिंग स्टेशन के अपग्रेडेशन का काम शुरू किया गया है।
साथ ही दोनों लाइनों को आपस में इंटरकनेक्ट भी किया जा रहा है। इस सारे कार्य के चलते अब कुछ दिनों से सीवर का गंदा पानी सीधा गंगा में जा रहा है। इससे गंगा प्रदूषित होती जा रही है। यहां से गंगा का पानी सीधा हर की पैड़ी से होकर आगे गुजरता है। स्थानीय लोगों ने बुधवार को इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर रोष भी जताया। प्रबंधक यांत्रिक निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई गंगा के परियोजना अभियंता आरके जैन का कहना है कि दो पंपिंग स्टेशन के साथ ही सीवरेज लाइन के इंटरकनेक्ट का काम तेजी के साथ चल रहा है।
परियोजना अभियंता आरके जैन का कहना है भविष्य में सीवरेज के उफान पर आने वाली समस्या का समाधान हो जाएगा। बताया कि पांच दिनों के अंदर काम को पूरा कर दिया जाएगा। युवा तीर्थ पुरोहित महासभा उज्ज्वल पंडित ने कहा, गंगा में सीवर छोड़े जाने की जानकारी नहीं है। यह एक गंभीर मामला है। इसका विरोध करने के साथ ही लापरवाह अधिकारियों की शिकायत की जाएगी। गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने बताया, संबंधित विभाग के अधिकारी श्री गंगा सभा के पास जब आए थे। तभी विरोध दर्ज करा दिया गया था। इस मामले में सभा ने वरिष्ठ अधिकारियों को लिखित शिकायत भी भेजी है। इसका विरोध किया जाएगा।
लोग कर रहे हैं विरोध
गंगा में सीवर जाने को लेकर उत्तरी हरिद्वार के स्थानीय लोगों ने बुधवार को विरोध कर नारेबाजी की। लोगों ने इसे धार्मिक भावना से खिलवाड़ बताया। लोगों ने कहा, वे किसी भी कीमत पर सीवर का पानी गंगा की जलधारा में नहीं मिलने दिया जाएगा। भीमगोड़ा व भूपतवाला सीवरेज पंपिंग स्टेशनों पर अपग्रेडेशन कार्य करवाया जा रहा है। इसके चलते दोनों पंपिंग स्टेशन 20 मई से 26 मई तक बंद रहेंगे। तीन दिन से सीवर का पानी गंगा में छोड़ा जा रहा है लेकिन साधु संतों से भरी धर्मनगरी में एक भी संत गंगा के प्रदूषण पर मुखर नहीं हुआ है।
उत्तरी हरिद्वार में जिन दो स्थानों से सीवर का पानी गंगा में छोड़ा जा रहा है। वहां से गंगा सीधा हर की पैड़ी ब्रम्हकुंड से होकर आगे गुजरती है। हर की पैड़ी पर ब्रम्हकुंड समेत अधिकांश घाटों पर यात्री गंगा में स्नान करते हैं। हालांकि गंगा में सीवर छोड़ने से पहले संबंधित विभाग के अधिकारी श्री गंगा सभा को विश्वास में लेने के लिए पदाधिकारियों से मिले थे। लेकिन सभा के पदाधिकारियों ने दो टूक शब्दों में इसके लिए इंकार करने के साथ ही विरोध दर्ज करा दिया था। विपिन शर्मा, आदित्य राणा, शिव कुमार कश्यप, राजेश, दीपक आदि ने विरोध जताया।