जेठ बदी दसमी दिना

Submitted by Hindi on Thu, 03/25/2010 - 15:27
Author
घाघ और भड्डरी

जेठ बदी दसमी दिना, जो सनिबासर होइ।
पानी होय न धरनि पर, बिरला जीवै कोई।।


भावार्थ- यदि ज्येष्ठ कृष्ण दशमी को शनिवार पड़े तो पृथ्वी पर वर्षा नहीं होगी और शायद ही कोई जीवित बचेगा।