जिसकी छाती एक न बार

Submitted by Hindi on Thu, 03/25/2010 - 09:43
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घाघ और भड्डरी

जिसकी छाती एक न बार।
उससे सब रहियौ हुसियार।।


भावार्थ- जिस व्यक्ति के छाती में एक भी बाल न हो, उससे सभी को सावधान रहना चाहिए।