जल संरक्षण

Submitted by Hindi on Tue, 12/29/2015 - 15:50
Source
जल चेतना तकनीकी पत्रिका, जुलाई 2013

अनुपम सौगात है
वर्षाजल जो बरसकर
दौड़ रहा द्रुत गति से
उसे किसी भाँति अंकुश लगा
चलना सिखा दें।
जहाँ पानी चल रहा हो
उसे प्रयास कर
धीमी गति से
रेंगना सिखा दें।
और जहाँ देखें रेंगता हुआ
उसे घेर-पकड़ कर
धरती मैया की
कोख में पहुँचा दें।
ताकि जरूरत पड़ने पर
निकाल सके जल संचित
यही है जल संरक्षण
का बेमिसाल उपाय।
वरना आगामी समय में
माँगोगे जल
और सूखी नदी
ठेंगा दिखाती
रह जाएगी असहाय।
सम्पर्क
डॉ. सेवा नन्दवाल, 98 डी के-1, स्कीम 74-सी, विजय नगर, इन्दौर-452010, मो. - 9685254053