जो जौ चहै तो उत्तर गहै

Submitted by Hindi on Mon, 03/22/2010 - 14:59
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घाघ और भड्डरी

जो जौ चहै तो उत्तर गहै।
काँच पकै के जोतत रहै।।


भावार्थ- यदि किसान को जौ की अच्छी पैदावार चाहिए तो उत्तरा नक्षत्र में कच्चे खेतों को जोतकर उसे पकाकर फिर ढेलों की रोरी एवं उसके बारीक कण बनाकर उसमें जौ बोयें तो फसल अच्छी होगी।