कातिक बोवै अगहन भरै

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 09:48
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घाघ और भड्डरी

कातिक बोवै अगहन भरै।
ताको हाकिम फिर का करै।


भावार्थ- जो किसान कार्तिक में रबी की फसल ठीक समय पर बोता है और अगहन में उसकी सिंचाई करता है तो अफसर उसका क्या कर सकता है? उसकी मालगुजारी का भुगतान हो जाएगा क्योंकि पैदावार अच्छी होगी।