खेत बेपानी बूढ़ा बैल

Submitted by Hindi on Mon, 03/22/2010 - 09:25
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घाघ और भड्डरी

खेत बेपानी बूढ़ा बैल।
सो गृहस्थ साँझै गहे गैल।।


भावार्थ- जिस किसान का खेत बिना पानी का हो अर्थात् ऐसी जगह हो जहाँ पानी न पहुँचता हो और बैल बुड्ढा हो तो वह खेती न करे तो ही अच्छा रहेगा।