ठंडे प्रदेशों में हिमनद के पिघलने से उत्पन्न जलधाराओं द्वारा मलवा के निक्षेप से निर्मित संकीर्ण एवं लम्बे एस्कर में बीच-बीच में रेत, बजरी तथा कंकड़-पत्थर के अधिक जमाव से अपेक्षाकृत् चौड़े टीले बन जाते हैं। ये चौड़े टीले एस्कर में धागे से गुथी हुई मणियों (माला) के समान दिखाई पड़ते हैं। अतः इस प्रकार के एस्कर को मणिकामय एस्कर या मालाकार एस्कर कहते हैं। इस प्रकार के एस्कर प्रायः कई समानांतर कटकों के रूप में मिलते हैं।
अन्य स्रोतों से
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
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