मृदा या मिट्टी (Soil)

Submitted by Hindi on Fri, 05/13/2011 - 12:41
भूपृष्ठ पर स्थित ढीले तथा महीन कणों से निर्मित एक पतली परत जिसमें विभिन्न खनिजों के कण, ह्यूमस,आर्द्रता, वायु आदि संयुक्त होते हैं। इसके नीचे मूल शैलें स्थित होती हैं। मिट्टी का निर्माण मौलिक शैलों के अपक्षय तथा अपरदन से प्राप्त पदार्थों से होता है जिसमें जैविक अवशेषों (ह्यूमस) का मिश्रण हो जाता है। मिट्टी के मध्य स्थित छिद्रों एवं रिक्त स्थानों में जल और वायु भर जाती है। समस्त पौधे तथा वनस्पति मिट्टी में ही उगते और बढ़ते हैं। वास्तव में मिट्टी खनिजों तथा जैव तत्वों का गत्यात्मक एवं प्राकृतिक मिश्रण है जिसमें पौधों एवं वनस्पतियों को उत्पन्न करने की क्षमता बिद्यमान होती है। मिट्टी के विकास में मूल शैल (चट्टान), जलवायु,वनस्पति, भूमि के ढाल, समयावधि आदि का प्रमुख हाथ होता है। मिट्टी की गहराई कुछ सेमी. से लेकर 50-60 सेमी. या इससे भी अधिक हो सकती है किन्तु कहीं- कहीं पर नग्न शैलें भी पायी जाती हैं जिनके ऊपर मिट्टी के आवरण का पूर्णतः अभाव पाया जाता है।

अन्य स्रोतों से




वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
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