नदियाँ, भाग-1

Submitted by admin on Fri, 10/18/2013 - 15:40
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काव्य संचय- (कविता नदी)
इछामती और मेघना
महानंदा
रावी और झेलम
गंगा, गोदावरी
नर्मदा और घाघरा
नाम लेते हुए भी तकलीफ होती है

उनसे उतनी ही मुलाकात होती है
जितनी वे रास्ते में आ जाती हैं

और उस समय भी दिमाग
कितना कम पास जा पाता है
दिमाग तो भरा रहता है
लुटेरों के बाजार के शोर से।

1996