
(1) छोटे अंदमान द्वीप के 90 मील दक्षिण में कार निकोबार द्वीप हैं, (2) मध्य में काटचाल, कॉमॉर्टा, ननकाबरी और चॉवरा द्वीपसमूह हैं तथा (3) दक्षिण में सौबेरो चैनल के उस पार महानिकोबार तथा लघु निकोबार द्वीपसमूह हैं। महानिकोबार तथा लघु निकोबार द्वीपसमूह हैं। महानिकोबार की लंबाई 33 मील और चौड़ाई 16 मील है। महानिकोबार द्वीप में 2,105 फुट ऊँची माउंट थुइलिया चोटी है। निकोबार में मानसून से लगभग 90मि.मी. से 130मि.मी. वार्षिक वर्षा होती है। नारियल तथा सुपारी की अच्छी उपज होती है। काष्ठकला, नौकानिर्माण, मत्स्याखेट, नारियल की जटा से चटाईयाँ तथा टोकरियाँ बनाना एवं बरतन निर्माण यहाँ के मुख्य उद्योग हैं। अंतर्द्वीपीय व्यापार के लिए नानकावरी वंदरगाह (हार्बर) और ऑवरा द्वीपों का प्रयोग होता है। यहाँ लोग पूरे वस्त्र नहीं धारण करते तथा ईसाई प्रचारकों के लगातार प्रयासों के बाद भी ये लोग चैतन्यवादी हैं। 18वीं तथा 19वीं शताब्दी में इस द्वीपसमूह पर क्रमश: डच, आस्ट्रियावासियों, अंग्रेजों तथा फ्रांसीसियों का अधिकार रहा। सन् 1869 में ब्रिटेन के तथा द्वितीय विश्वमहायुद्ध में सन् 1942-45 तक यह द्वीपसमूह जापान के अधिकार में रहा। अब यह भारत के अधिकार में है।
(कृष्णमोहन गुप्त)