सिंचाई के लिए उत्तर प्रदेश में नहरों का जाल जरूर बिछा है, लेकिन किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। अब हालात यह हो गये है कि उन नहरों पर लोगों के घर बन गए है । तो कहीं नहरों में खेती की जा रही है। प्रदेश सरकार ने बरसात से पहले नहरों की सफाई और सिल्ट निकालने के आदेश दिए थे। लेकिन गाँव के जिलों में नहरों की सफाई व्यवस्था अभी चरमराई हुई। अफसरों-कर्मचारियों की अनदेखी के कारण जिले में सिल्ट की सफाई नहीं हुई, तो कहीं नहर में घास उगी है।कई नहरें तो ऐसी भी हैं कि जहां 40 सालों से पानी ही नहीं आया। इलाहाबाद के मेजा ब्लॉक के निवासी राजेश का कहना है कि यह पर नाली जगह जगह टूटी है जिसके कारण किसानों को अपने खेतो में सिंचाई करने में बड़ी परेशानी का सामाना करना पड़ता है। तो कई बार सूखे के कारण फसल भी बर्बाद हो जाती है ।हमे सरकर से यही मांग करते है इसे वह जल्द से जल्द बनाये। उत्तरप्रदेश के अमूमन सभी इलाकों में यही स्थिति ऐसे में सरकार इन समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण करना चाहिए ताकि बरसात से पहले किसानों को अपने खेतों के लिए पर्याप्त पानी मिल सके ।।