चेक डैम से किसानों को फायदा,लेकिन प्रशासन बनाने को तैयार नहीं

Submitted by Shivendra on Mon, 12/12/2022 - 17:09

एक और  छोटी नदी का अस्तित्व भी अब खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है हम बात कर रहे है  है लपड़ी नदी की  जो प्रयागराज के मांडा  ब्लॉक के पहड़ी से  निकली है और  कोराव तहसील के  कई गाँवो से बहती हुई  हुई मेजा  ब्लॉक के महुली चाँद खमरिया इटावा  कला खुर्द ढेहरण जैसे  दर्जनों गाँवो से गुजरते हुए  लगभग ६० किलोमीटर की दूरी तय करके आगे  लोहरा पाल पट्टी में  टोन्स नदी में  मिल जाती है  ढेहरन गांव के पूर्व प्रधान संजय ने बताया की  चार साल से  उनके गांव में चेकडैम टुटा है विभाग के  अधिकारी आये जरूर  लेकिन सुधार नहीं  हुआ इस सिलसिले में हमारी बात इटवा कला के प्रधान सरपंच से भी हुई उन्होंने कहा की चेकडैम उनके यहाँ भी  टुटा हुआ है और अगर इसमें  लिफ्ट भी  लग जाय तो और बेहतर हो सकता है  इसी गांव के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र बताते है की  नदी बाढ़ सागर परियोजना से जुडी है इसीलिए  बरसात में इसमें  खूब पानी रहता है लेकिन चेकडैम टूटने के कारण  12  महीने पानी नहीं रहता  साथ ही  इटवा खुर्द में अतिक्रमण के कारण  घरो का  गंदा पानी भी इसी नदी में समां जाता है  इटवा खुर्द गांव के प्रधान पुष्पराज का कहना है की  हम विभाग से बात करके इस नदी के पुनर्जीवन का कुछ रास्ता निकाल लेंगे। चेकडैम के दुबारा निर्माण को लेकर जब हमारे सहयोगी ने लघु सिचाई के अधिकारी से बात की तो उनका कहना था की ग्रामीण खुद इन चेकडैम को तोड़ देते है क्यूंकि कोई मछली पकड़ने की व्यवस्था बनाता है तो कोई कुछ और कारणों से इन्हे शतिग्रहस्त कर देता है अधिकारी ने कहा की कुछ चेकडैम तो मात्र चार साल पुराने है वही अधिकारी का ये भी कहना था की हम चेक डैम  बनने के बाद ग्राम पंचायत को हैंडओवर कर देते है और अगर ग्राम प्रधान चाहे तो वो भी इसका निर्माण करवा सकते है अब सवाल ये है की एक तरफ जहाँ जनप्रतिनिधि लपड़ी नदी की साफ़ सफाई का जिम्मा विभाग पर दाल रहे है तो वही विभाग के अधिकारी अपना पल्ला झड़ते हुए ग्राम पंचायत पर इस काम करने का जिम्मा थोप रहे है वही आपको बता दे की 11 दिसंबर से भाजपा नेता योगेश शुक्ल टोंस नदी की परिक्रमा शुरू करने जा रहे है जिसके तहत नदी को साफ और स्वच्छ बनाया जाएगा